बांग्लादेश के जनवादी गणराज्य के विदेशमंत्री, महामहिम श्री अबुल हसन महमूद अली ने आज (19सितंबर 2014) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की। विदेश मंत्री के साथ बांग्लादेश सरकार के आठ सचिव थे, जो भारत-बांग्लादेश संयुक्त परामर्शी आयोग की तीसरी बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली में हैं।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने पद संभालने के बाद पहली बार भारत की यात्रा पर आए बांग्लादेश के विदेश मंत्री का स्वागत किया और कहा कि संयुक्त परामर्शी आयोग एक श्रेष्ठ व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि निर्णयों के द्रुत कार्यान्वयन की जरूरत है। भारत और बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंध हाल के वर्षों में विस्तृत और व्यापक हुए हैं। दोनों देशों ने लगातार सभी क्षेत्रों में ठोस प्रगति की है। अब संयोजकता बढ़ाने के लिए कार्य करना होगा।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश सभी मोर्चों पर आगे बढ़ रहा है तथा शेख हसीना सरकार आधुनिक युग में देश का नेतृत्व करने के लिए तत्पर है। भारत के साथ सहयोग की असीम संभावनाएं हैं तथा दोनों देशों को मिलकर संयुक्त रूप से तेजी से अग्रसर होना चाहिए। उनके साथ आए विशाल शिष्टमंडल से संबंधों को घनिष्ठ बनाने की बांग्लादेश सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त होती है।
यह विज्ञप्ति 1545 बजे जारी की गई।