भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (19 नवम्बर 2012) को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
राष्ट्रीय सेवा योजना, युवा मामले और खेल मंत्रालय का एक अग्रणी कार्यक्रम है जिसका लक्ष्य श्रेष्ठ नागरिक गुण, स्वैच्छिक कार्य करने की भावना विकसित करना तथा युवाओं को गांवों और झुग्गीवासियों के साथ काम करने का अवसर प्रदान करना है। योजना के अन्तर्गत दोहरे तरीकों द्वारा अर्थात् अर्थात् ‘कैम्पस से समुदाय’ और ‘कॉलेज से गांव’ के माध्यम से यह उद्देश्य प्राप्त किया जाना है।
राष्ट्रीय सेवा योजना को 24 सितम्बर, 1969 को महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी समारोह के दौरान 40000 विद्यार्थियों को शामिल करते हुए 37 विश्वविद्यालयों में आंरभ की गई थी। आज राष्ट्रीय सेवा योजना की सूची में 299 विश्वविद्यालयों के 3.2 मिलियन से अधिक विद्यार्थी स्वयंसेवक है। इस योजना को राज्य सरकारों के जरिए कार्यान्वित किया जाता है और राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्य विश्वविद्यालय/महाविद्यालय और उच्चतर माध्यमिक स्कूल स्तर पर चल रहे हैं।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना पुस्कारों की स्थापना विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठों, कार्यक्रम अधिकारियों, कॉलेजों, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों और राष्ट्रीय स्वयं सेवकों को सामुदायिक सेवा में उल्लेखनीय योगदान को सम्मानित करने के लिए आरंभ किए गए हैं।
यह विज्ञप्ति 1830 बजे जारी की गई