भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (19 दिसंबर, 2014) राष्ट्रपति भवन में, बांग्लादेश जन गणराज्य के राष्ट्रपति, महामहिम श्री अब्दुल हामिद का स्वागत किया।
राष्ट्रपति ने बांग्लादेश के राष्ट्रपति का भारत में स्वागत करते हुए भारत-बांग्लादेश संबंधों की मजबूती में उनके द्वारा निभाई गई व्यक्तिगत भूमिका के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत, अपने प्रगाढ़ मित्र और पड़ोसी बांग्लादेश के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को उच्चतम् महत्त्व देता है। भारत का सदैव यह मानना है कि एक मजबूत तथा समृद्ध बांग्लादेश उसके हित में है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को यह देखकर परम् संतोष का अनुभव होता है कि आज बांग्लादेश उन्नत भविष्य के लिए उच्च विकास अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। बांग्लादेश ने मानव विकास, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा,महिला सशक्तता तथा अन्य सामाजिक-आर्थिक मोर्चों पर जो प्रभावशाली प्रगति की है, उसे देखकर खुशी होती है।
राष्ट्रपति ने 1971 के मुक्ति युद्ध के दौरान आकाशवाणी तथा दूरदर्शन द्वारा तैयार किए गए प्रसारणों की रिकार्डिंग बांग्लादेश के राष्ट्रपति को भेंट की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की मुक्ति के लिए मुक्ति वाहिनी के वीर सैनिक भारत की सेनाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़े। उन्होंने यह आशा व्यक्त की कि ये रिकार्डिंग बांग्लादेश की जनता को उस ऐतिहासिक समय की याद दिलाएंगी।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने इन उद्गारों का समान रूप से प्रत्युत्तर देते हुए लंबे समय से बांग्लादेश के मित्र बने रहने के लिए राष्ट्रपति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की जनता राष्ट्रपति को उच्चतम् सम्मान देती है। उन्होंने राष्ट्रपति मुखर्जी को पुन: बांग्लादेश की यात्रा का निमंत्रण दिया।
यह विज्ञप्ति 2010 बजे जारी की गई