भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कल (20 जनवरी, 2013) नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोलकाता में नए एकीकृत यात्री टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि कोलकाता हवाई अड्डा इस बात का उदाहरण है कि किस तरह सार्वजनिक क्षेत्र भी विश्व स्तरीय सुविधा जुटा सकता है। उन्होंने कहा कि कोलकाता पूर्व का द्वार है। यह हवाई अड्डा, खासकर अंतरराष्ट्रीय व्यापार की दिशा पश्चिम से पूर्व की ओर बदलने के मद्देनजर, भारत की लुक ईस्ट नीति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि हवाई अड्डे देश के द्वार का काम करते हैं। किसी भी शहर और राज्य के बारे में पहली छवि उसके हवाई अड्डे पर उपलब्ध सुविधाओं से बनती है। अत: जरूरी है कि सभी संबंधित स्टेकधारक इकट्ठा होकर कार्य करें और भारत की यथासंभव सर्वोत्तम तस्वीर प्रस्तुत करें।
यह विज्ञप्ति 1420 बजे जारी की गई