श्री डेविड केमरन, यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ने 19 फरवरी, 2013 को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
श्री केमरन का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी यात्रा तथा उनका विस्तृत कार्यक्रम भारत के प्रति यूनाइटेड किंगडम की प्रतिबद्धता की गहनता को दर्शाता है। भारत के साथ नए विशिष्ट संबंधों की दिशा में यूनाइटेड किंगडम की इच्छा का भारत सम्मान करता है तथा हम भी ऐसा ही चाहते हैं। दोनों देश अपने बहुआयामी द्विपक्षीय कार्यक्रमों में प्रगाढ़ता लाए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, दोनों देशों की साझीदारी को महत्त्व देता है तथा इसको, खासकर व्यापार तथा निवेश, रक्षा, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहित सभी सेक्टरों में बढ़ाना चाहता है। दोनों देशों को आतंकवाद का सामना करने में सहयोग को उचित प्राथमिकता देनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय यूनियन, जी-8, जी-20 जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों तथा वैश्विक संदर्भ में भारत के हितों को समर्थन देता रहा है। भारत, यूनाइटेड किंगडम द्वारा चार, द्विपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं के लिए भारत की सदस्यता तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता की उम्मीदवारी के लिए यूनाइटेड किंगडम द्वारा किए जा रहे निरंतर समर्थन की प्रशंसा करता है।
प्रधानमंत्री केमरन ने राष्ट्रपति को बताया कि संबंध सभी दृष्टियों से मजबूत और अच्छे हैं परंतु इन्हें और आगे बढ़ाने की संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने अपनी टीम के सामने यह चुनौती रखी है कि ऐसे कौन-कौन से क्षेत्र हैं जिनमें यूनाइटेड किंगडम, भारत के साथ सहयोग कर सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में सुधार एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें यूनाइटेड किंगडम और भारत साझा उद्देश्य के लिए प्रयास कर सकते हैं।
यह विज्ञप्ति 1030 बजे जारी की गई