भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कल (19 फरवरी, 2014) राष्ट्रपति भवन में बहरीन के शाह, महामहिम शाह हमद बिन ईसा अल-खलीफा का स्वागत किया तथा उनके सम्मान में राज-भोज का आयोजन किया।
शाह का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि बहरीन के शाही परिवार ने परस्पर हित के लिए भारत एवं बहरीन के बीच संबंधों को बढ़ावा देने, उनको समृद्ध करने तथा उनके विविधीकरण में प्रमुख भूमिका निभाई है। खाड़ी क्षेत्र भारत की आधी से अधिक ऊर्जा जरूरतों का स्रोत है, 7 मिलियन से अधिक भारतीयों का निवास है तथा क्षेत्र के रूप में भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझीदार है। यह भारत के विस्तारित पड़ोस का हिस्सा है। भारत का इस क्षेत्र की शांति और स्थाईत्व में महत्त्वपूर्ण हित है।
राज-भोज के अवसर पर अपने व्याख्यान में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बहरीन के बीच सभ्यतागत रिश्तों पर आधारित एक दीर्घकालीन मैत्री है और हम दोनों इसे अत्यधिक महत्व देते हैं। हाल ही में, दोनों देशों ने विश्वास और सद्भावना के अपने संबंधों को राजनीतिक, आर्थिक, वाणिज्यिक और जनता के बीच पारस्परिक संबंधों के व्यापक रिश्तों तक बढ़ाया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि बहरीन ने बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों को उदारतापूर्वक अपनाया है और उन्हें उन्नति और समृद्धि प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिसका भारत हृदय से सराहना करता है। बहरीन के भारतीयों ने भी अपनी ओर से अपने मेजबान देश के विकास और प्रगति में खुलकर योगदान देने के लिए समर्पण और ईमानदारी से कार्य किया है। वे भारत के साथ एक जीवंत कड़ी उपलब्ध कराते हैं और हमारी साझीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक सुदृढ़ सेतु के रूप में कार्य करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, निवेश के लिए निजी और सार्वजनिक, दोनों ही क्षेत्रों के अपने बहरीनी मित्रों का खुले दिल से स्वागत करता है। जटिल और विशाल ढांचागत परियोजनाओं के कार्यान्वयन में गहन अनुभव प्राप्त हमारी कंपनियां ऐसी परियोजनाओं में बहरीन का सहयोग करने की बहुत इच्छुक हैं। हमारी अन्तर्निहित शक्तियों और अनुपूरकताओं के आधार पर, स्वास्थ्य सेवा, पर्यावरण, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी तथा नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे क्षेत्रों में हमारे द्विपक्षीय सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
स्वागत राज-भोज में बोलते हुए बहरीन के शाह ने कहा कि नवीनतम अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों पर सभी स्तर के भारतीय पदाधिकारियों के साथ विचारों के आदान-प्रदान से बहरीन को मध्य-पूर्व तथा अरब की खाड़ी क्षेत्र सहित विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा तथा स्थाईत्व को मजबूत करने तथा सशक्त करने की दिशा में भारत द्वारा किए जा रहे महती प्रयासों को समझने और उनकी सराहना करने का अवसर मिला है। बहरीन, अंतररष्ट्रीय आतंकवाद का सामना करने तथा उससे निपटने के लिए तथा आतंकवाद का इसके सभी स्वरूपों और आकारों में उन्मूलन करने में इसके सहयोग के लिए भारत के ठोस प्रयासों तथा दूसरों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के भारत के आह्वान की सराहना करता है।
शाह ने कहा कि अधिराज्य की आधुनिक विकास प्रक्रिया में भारतीय समुदाय के कठिन परिश्रम, समर्पण, दृढ़ निश्चय, तथा अथाह योगदान की बहरीन सच्चे दिल से प्रशंसा करता है। इसके अलावा, बहरीन दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों को भी महत्त्व देता है; बहरीन में एक बड़ा भारतीय समुदाय निवास करता है, जो कि बहरीन में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। उन्हें भी अन्य सभी शहरियों और प्रवासियों के समान धार्मिक संस्कारों को पूरा करने की छूट है तथा उन्हें व्यावसायिक एसोसियेशनों में भाग लेने तथा म्यूनिसिपल चुनावों में अपने प्रतिनिधि चुनने का अधिकार है। यह बहरीन के बहुआयामी समाज के राष्ट्रीय ताने-बाने में विद्यमान है।
यह विज्ञप्ति 1530 बजे जारी की गई।