भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (20 फरवरी, 2014) जांगीपुर, मुर्शिदाबाद में अलीगढ़ मुस्लिम विश्विवद्यालय केन्द्र के परिसर का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति जी ने स्मरण किया कि मोहम्मदन एंग्लो ओरियंटल कॉलेज, जिसे अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कहा जाता है, की आधारशिला रखते हुए, सर सैयद अहमद खान ने परिकल्पना की थी कि ‘‘आज हम जिस बीज को बो रहे हैं, उससे एक ऐसा विशाल वृक्ष उग सकता है जिसकी शाखाएं भूमि पर वट वृक्ष के समान जमीन में मजबूती से अपनी जड़ें जमा लेंगी तथा नए और मजबूत पौधों को जन्म देंगी’’। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का मुर्शिदाबाद केंद्र उस पौधे का सच्चा उदाहरण है जो शिक्षा प्रदान करने के लिए अंकुरित हुआ है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, जो कि प्राचीनतम केंद्रीय विश्वविद्यालयों में से है, ने असंख्य ऐसे विद्यार्थी पैदा किए हैं जिन्होंने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में स्वयं को स्थापित किया है। मुर्शिदाबाद क्षेत्र के बहुत से विद्यार्थी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ने जाते हैं क्योंकि इसकी शिक्षा उत्कृष्ट है। इसी तरह के बच्चों के लिए मुर्शिदाबाद में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का परिसर खोला गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि ज्ञान शक्ति है। लोग शिक्षा से सशक्त होते हैं तथा जीवन में अपना खास स्थान बनाने में सफल होते हैं।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में श्री एम.के. नारायणन, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल; श्री अभिजीत मुखर्जी, संसद सदस्य, लोक सभा तथा ले. जनरल (सेवा निवृत्त) ज़मीरउद्दीन शाह, कुलपति, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, शामिल थे।
यह विज्ञप्ति 1645 बजे जारी की गई।