भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (20 मई, 2013) को फगवाड़ा में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के तृतीय दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि जिस समाज में महिलाओं का सम्मान नहीं होता वह आगे नहीं बढ़ सकता। हमारे विश्वविद्यालयों तथा दूसरे उच्च शिक्षा संस्थानों को हमारी नैतिक दिशा के पुन: निर्धारण के लिए आगे आना चाहिए। उन्हें समसामायिक नैतिक चुनौतियों का सामना करने के लिए सतत् कार्यक्रम शुरू करना चाहिए तथा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मातृभूमि प्रेम; दायित्व का निर्वाह; सभी के प्रति करुणा; बहुलवाद के प्रति सहनशीलता; महिलाओं और बुजुर्गों के प्रति सम्मान; जीवन में सच्चाई एवं ईमानदारी; आचरण में अनुशासन एवं आत्मनियंत्रण तथा कार्य में उत्तरदायित्व के सभ्यतागत मूल्य युवा मस्तिष्कों में समावेशित हों।
राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के प्राधिकारियों, विद्यार्थियों एवं संकाय सदस्यों का आह्वान किया कि वे विश्वविद्यालय को विश्व में सर्वोत्तम विश्वविद्यालयों की श्रेणी में लाने के लिए अग्रणी भूमिका निभाएं। इस बात का उल्लेख करते हुए के प्राचीन तक्षशिला विश्वविद्यालय भी पंजाब में स्थित था, राष्ट्रपति ने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि विश्व के 200 सर्वोत्तम विश्वविद्यालयों में भारत का एक भी विश्वविद्यालय नहीं है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक बड़े जनसंख्यात्मक बदलाव के बीच में है। हमारी कामकाजी जनसंख्या प्रति वर्ष 12 मिलियन की दर से बढ़ रही है। लेकिन कामकाजी उम्र का केवल 7 प्रतिशत भारतीय व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है। अधिकांश केवल अनौपचारिक प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। हमें अपने देश में सक्षम कार्यबल को विकसित करने के लिए, औपचारिक व्यावसायिक प्रशिक्षण का विस्तार करना होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि ‘प्रेरक शिक्षकों’ को मान्यता देते हुए उन्हें अधिक से अधिक विद्यार्थियों के साथ अपने ज्ञान, विवेक तथा दर्शन को बांटने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। वे अपने विद्यार्थियों में उचित मूल्यों का समावेश कर सकते हैं। राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालयों का आह्वान किया कि वे शिक्षकों की कमी की पूर्ति के लिए प्रौद्योगिकी का प्रयोग करें तथा ई-क्लास रूम स्थापित करें।
समारोह के दौरान अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों में पंजाब के राज्यपाल, श्री शिवराज वी पाटिल तथा पंजाब के मुख्यमंत्री, श्री प्रकाश सिंह बादल भी शमिल थे।
यह विज्ञप्ति 2100 बजे जारी की गई।