वियतनाम समाजवादी गणराज्य की साम्यवादी पार्टी के महासचिव, श्री गुंयेन फू ट्राँग ने आज (20 नवंबर, 2013) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
राष्ट्रपति ने श्री गुंयेन फू ट्राँग का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि भारत और वियतनाम के संबंधों की विशेषता एक विशिष्ट, दीर्घकालीन भरोसा तथा आपसी समझ रही है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के राष्ट्र निर्माताओं, प्रधानमंत्री नेहरू और राष्ट्रपति हो ची मिन्ह के बीच व्यक्तिगत मित्रता तथा उसके बाद के नेतृत्व ने वर्षों से इस रिश्ते को पोषित किया है और मजबूत किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि वियतनाम एक ऐसा देश है जिसका सभी भारतीय बहुत सम्मान करते हैं तथा सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि यह रिश्ता वैश्विक तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर हमारे हितों और दृष्टिकोणों की समानताओं पर आधारित है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता के लिए भारतीय उम्मीदवारी को अविचल समर्थन देने के लिए वियतनाम को धन्यवाद दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि पार्टी के सचिव की यात्रा से, कार्यनीतिक साझीदारी को बढ़ाने और उसे अधिक ऊंचाई तक ले जाने के लिए क्षेत्रों की पहचान का शानदार अवसर प्राप्त हुआ है।
श्री गुंयेन फू ट्राँग ने भी राष्ट्रपति जी द्वारा प्रकट की गई भावना का गर्मजोशी से प्रत्युतर दिया। उन्होंने कहा कि वियतनाम की जनता भारत द्वारा स्वतंत्रता की लड़ाई तथा राष्ट्रीय विकास की प्रक्रिया के दौरान प्रदान किए गए समर्थन को अत्यधिक मूल्यवान मानती है। उन्होंने कहा कि क्षमता को देखते हुए, हमारा आर्थिक तथा व्यावसायिक सहयोग अभी कम है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि उनकी यात्रा से कार्यनीतिक साझीदारी और प्रगाढ़ होगी और उसका विस्तार होगा।
यह विज्ञप्ति 1845 बजे जारी की गई।