भारतीय पुलिस सेवा के सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद 67 आर आर (2014 बैच) के अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों के एक समूह ने आज (20 नवम्बर, 2015) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों से समाज में अभीष्ट परिवर्तन का दूत बनने का आह्वान किया। उन्होंने देश की एक सबसे उत्कृष्ट जन सेवा में शामिल होने पर सभी अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे उन चुनिंदा लोगों में से हैं जो भविष्य में देश के विधि प्रवर्तन और नीति निर्माण में अहम स्थान हासिल करने जा रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि महत्त्वपूर्ण स्तर पर तैनात पुलिस कर्मी सरकार का चेहरा हैं। इस क्षेत्र में अपने आचरण से ही उन्हें लोगों में भरोसा पैदा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह पुलिस अधिकारियों से सदैव पेशेवर कौशल के सर्वोच्च मानदंड तथा विधि शासन की पवित्रता सुनिश्चित करने की अपेक्षा करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि एक सुदृढ़ और समृद्ध भारत का हमारा स्वप्न साकार करने की पहली शर्तें कानून और व्यवस्था का रखरखाव और विधि को लागू करना है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों की प्रमुख भूमिका न केवल हमारे समाज के आंतरिक खतरों का मुकाबला करने बल्कि समाज के विविध वर्गों में सौहार्द बढ़ाने की है। उन्होंने कहा कि सभी मतों के प्रति हमारी अंतर्निहित समावेशीपन और सहिष्णुता के कारण भारत, प्राचीन सभ्यता के रूप में कायम रहा है। उन्होंने कहा कि देश में शांति और सौहार्द बनाए रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
यह विज्ञप्ति 1900 बजे जारी की गई।