भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (21 जून 2015) अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रपति भवन में सामूहिक योग कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति जी ने सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत योग की जन्मभूमि है जहां शताब्दियों तक इसका अभ्यास किया जाता रहा है। योग गुरु पतंजलि योग के एक सबसे महान शिक्षक थे। उन्होंने कहा कि योग कला के साथ-साथ एक विज्ञान भी है। इसमें मानव को स्वस्थ रखने तथा आधुनिक जीवनशैली से संबंधित बहुत से रोगों के प्रबंधन के लिए आश्चर्यजनक उपचारी और प्रतिरक्षक शक्तियां विद्यमान हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि राष्ट्रपति भवन के बहुत से आवासी लंबे समय से योगाभ्यास कर रहे हैं। उन्हें यह देखकर भी प्रसन्नता हुई कि कर्मचारी और आवासी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम मे उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं।
इस सामूहिक योग कार्यक्रम में लगभग 1000 आवासियों,राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों, राष्ट्रपति अंगरक्षक, सैन्य गारद, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और दिल्ली पुलिसकर्मियों ने भाग लिया। समारोह का आयोजन मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक स्वायत्त संगठन) के सहयोग से किया गया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी के लिए 01 से 20 जून, 2015 तक राष्ट्रपति संपदा के आवासियों के लिए योगाभ्यास कक्षाएं भी संचालित की गई थीं।
यह विज्ञप्ति0730 बजे जारी की गई।