तुर्कमेनिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री श्री राशिद मेरेदोव ने कल (21 जनवरी, 2013) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
राष्ट्रपति ने उनका स्वागत किया और कहा कि भारत तुर्कमेनिस्तान के साथ अपने प्रगाढ़, मैत्रीपूर्ण तथा ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्त्व देता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति श्री गुरबानगूली बेर्दीमुहामेदोव मई 2010 की भारत यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती में बहुत सहयोग मिला है। तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति की मई 2010 की भारत यात्रा के बाद तुर्कमेनिस्तान-अफ़गानिस्तान-पाकिस्तान-भारत गैस पाइप लाइन परियोजना में महत्त्वपूर्ण प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि भारत इस परियोजना को अगस्त 2017 तक कार्यान्वित करने के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है। भारत में ऊर्जा स्रोतों की कमी है जबकि तुर्कमेनिस्तान हाइड्रोकार्बन स्रोतों में समृद्ध है। हमारा साझा प्रयास यह होना चाहिए कि हम अपने दो मैत्रीपूर्ण देशों के बीच, दीर्घकालीन ऊर्जा साझीदारी पर आधारित, स्थाई संबंधों की स्थापना करें। यह परियोजना आर्थिक कारणों से भी दोनों के लिए फायदेमंद है। यह हमारे साझा क्षेत्रों में शांति और विकास लाने के लिए भी महत्त्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ की विस्तारित सुरक्षा परिषद् की स्थाई सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी के लिए तुर्कमेनिस्तान के समर्थन के लिए भारत उनका आभारी है। श्री राशिद मेरेदोव ने राष्ट्रपति के वक्तव्य का गर्मजोशी से उत्तर देते हुए भारत को द्विपक्षीय सहयोग एवं बहुपक्षीय मंचों पर तुर्कमेनिस्तान का बहुत पुराना मित्र और साझीदार बताया।
यह विज्ञप्ति 1350 बजे जारी की गई