भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने विश्व क्षयरोग दिवस (23 मार्च, 2017) की पूर्व संध्या पर क्षयरोग उन्मूलन के लक्ष्य शीघ्र पूरा करने के लिए अपने प्रयासों को दुगुना करने के लिए सभी भागीदारों का आह्वान किया है।
क्षयरोग के विरुद्ध विश्व संघ को भेजे गए एक संदेश में, राष्ट्रपति ने कहा है, ‘‘मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि 1882 के दिन जब डॉ. रॉबर्ट कोच ने क्षयरोग रोगाणुओं की खोज की थी, की स्मृति में 24 मार्च, 2017 को विश्व क्षयरोग दिवस मनाया जा रहा है।
क्षयरोग भारत की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। आज देश क्षयरोग से लड़ने के लिए पहले से कहीं अधिक तैयार है। यह प्रभावी पहल में सक्षम है तथा इसके पास क्षयरोग के निदान, उपचार और देखभाल की उन्नत प्रौद्योगिकियां हैं। 2012-2017 के दौरान, संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत 42 मिलियन व्यक्तियों की जांच की गई तथा 7 मिलियन से अधिक रोगियों का उपचार किया गया।
विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर, मैं सभी भागीदारों से क्षयरोग उन्मूलन के लक्ष्य की शीघ्र प्राप्ति के लिए अपने प्रयासों को दुगुना करने का आह्वान करता हूं।’’
यह विज्ञप्ति 1300 बजे जारी की गई