भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति कार्यकाल के तीन वर्ष संपन्न होने के उपलक्ष्य में राष्ट्रपति संपदा में क्रमश: 24और 25 जुलाई 2014 को जीर्णोद्धार किए गए दो क्लॉक टावरों का उद्घाटन करेंगे।
राष्ट्रपति भवन के शेड्यूल ‘ए’ और शेड्यूल ‘बी’ क्षेत्रों के ये क्लॉक टावर क्रमश: 1924 और 1925 में सर एडविन लुट्येन्स द्वारा निर्मित धरोहर ढांचे हैं। शेड्यूल ‘ए’ क्लॉक टावर का राष्ट्रपति अंगरक्षक के सैनिक संस्थान के रूप में निर्माण किया गया था तथा इसमें अध्ययन और मनोरंजन कक्ष, कैंटीन आदि थे। 1947 के बाद से यह रेजीमेंटल मुख्यालय के रूप में राष्ट्रपति अंगरक्षक के पास रहा है।
शेड्यूल ‘बी’ क्लॉक टावर को पूर्व में बैंड हाउस के रूप में जाना जाता था तथा इसे आवासीय उद्देश्यों के लिए प्रयोग किया जाता था। दोनों क्लॉक टावर एवेन्यू के बीचों बीच स्थित हैं जिसे तिरछा बनाया गया है तथा लुट्येन्स के मूल डिजायन का भाग है।
शेड्यूल ‘ए’ के टावर में स्थापित घड़ी प्रणाली पर ‘पुलसिनेटिक’ नाम लिखा हुआ है जिससे यह संकेत मिलता है कि इसके निर्माता लिसेस्टर, यू.के की डी जेंट एंड कंपनी थी। जेंट एंड कंपनी की बिजली घड़ियां विश्वभर के अनेक महत्वपूर्ण भवनों पर सुशोभित हैं।
शेड्यूल ‘बी’ के टावर में स्थापित घड़ी प्रणाली पर ‘जे.बी.जॉयस एंड कं.लि., व्हाइटचर्च 1924’ लिखा हुआ है। जे.बी. जोकी एंड कं. की घड़ियां भी विश्व भर के अनेक महत्वपूर्ण भवनों पर सुशोभित हैं।
दोनों क्लॉक टावरों का जीर्णोद्धार कार्य इन्टैक द्वारा किया गया है जबकि क्लॉक की मरम्मत भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली द्वारा की गई है। जीर्णोद्धार के पूर्व भवनों का सटीक प्रलेखन और विश्लेषण किया गया है। जीर्णोद्धार में मूल डिजायन के अनुसार मूल प्लास्टर का संरक्षण, कोटा पत्थर का फर्श,शंकु आकार के चतुष्कोण स्तंभों की मरम्मत, आतिशदान आदि की साफ-सफाई और चित्रकारी शामिल है।
यह विज्ञप्ति1800 बजे जारी की गई।