भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (23 दिसम्बर, 2015) बिशप कॉटन ब्वॉयज स्कूल, बंगलूरू की 150वीं वर्षगांठ में भाग लिया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने शिक्षा के साथ-साथ ईश्वर के प्रति सेवा के सफलतापूर्वक 150 वर्ष पूरा करने के लिए बिशप कॉटन ब्वॉयज स्कूल के संस्थापकों और प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्कूल ने गुणवत्ता पर बल देकर अपने लिए एक स्थान कायम किया है। पूरी शिक्षा का उद्देश्य चरित्र निर्माण होना चाहिए ना कि केवल सूचना देना। स्कूलों को अपने छात्रों में हमारी महत्वपूर्ण सभ्यातगत मूल्यों जैसे कि मातृभूमि के लिए प्रेम, शांतिपूर्वक सहअस्तित्व में विश्वास, अनेकता की स्वीकार्यता के प्रति प्रतिबद्ध होने की भावना भरनी चाहिए। इसे विवेकपूर्ण चिंतन को प्रोत्साहन देना चाहिए और एक वैज्ञानिक प्रवृति अंतर्निविष्ट करनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने इंगित किया कि स्कूल के पूर्व छात्रों ने अपने आप को विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट बनाया है और उनमें सर्वोत्तम व्यक्ति जैसे कि जनरल थिमाया और डॉ. राजारमन्ना शामिल हैं। देश में तीन सर्वोत्तम स्कूलों के बीच रैंक पाने के लिए स्कूल को बधाई देते हुए, उन्होंने विश्व में प्रथम तीन स्कूलों में से एक होने की अभिलाषा करने के लिए स्कूल प्राधिकारियों, संकाय, छात्रों और अन्य स्टेकहोल्डरों का आवाह्न किया। राष्ट्रपति ने यह विश्वास व्यक्त किया कि स्कूल देश के लिए प्रथम दर्जे के नागरिक तैयार करता रहेगा।
यह विज्ञप्ति1130 बजे जारी की गई।