भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी ने आज(25फ़रवरी 2013)श्रीहरिकोटा में पोलर सेटेलाइट लॉंच वेहिकल पीएसएलवी-सी 20/सरल मिशन के प्रक्षेपण का अवलोकन किया|
वहाँ उपस्थित वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इसरो पर हमारे देशवासियों को बहुत विश्वास है परंतु यह विश्वास और भरोसा इस संगठन पर पुनः यह जिम्मेदारी डाल देता है कि वह अपने कार्यनिष्पादन के स्तर में सुधार लाये,नयी ऊँचाइयाँ प्राप्त करे तथा नए क्षितिजों की खोज करे| भारत को विश्व समुदाय के बीच अपना उचित स्थान दिलाने के लिए हमें नवान्वेषण और प्रौद्योगिकीय प्रगति को प्रोत्साहन देना होगा| इसरो को इस प्रकार के आंदोलन का अग्रणी बनना चाहिए|
राष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी के ऐसे सामाजिक रूप से प्रासंगिक उपयोग,जो हमारे देश के विकास के लक्ष्यों के अनुरूप हों,जनसंख्या की जरूरतों को पूरा करने के लिए जरूरी हैं| हमारे प्रयास यह होने चाहिए कि हम अधिकाधिक नवान्वेषण और परिष्करण के प्रयासों द्वारा अंतरिक्ष तक पहुँचने कि लागत में कमी लाएँ|
यह विज्ञप्ति 1850 बजे जारी की गई