भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (25 अक्तूबर 2014) राष्ट्रपति भवन में अंगारिका धर्मपाल पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि अंगारिका धर्मपाल पर स्मारक डाक टिकट जारी होने से भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने तथा दोनों देशों को और करीब लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दोनों देशों के बीच रिश्ते आने वाले वर्षों में और मजबूत होते रहेंगे, जिससे हमारे दोनों देशों की जनता को परस्पर लाभ होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि बौद्ध धर्म के एक संत पर जारी यह डाक टिकट हमें फिर से जनता के तीव्र सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अनुकूल वातावरण के सृजन हेतु शांति स्थाईत्व तथा मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों के युग को सुनिश्चित करने के लिए अथवा सामूहिक प्रयास करने की याद दिलाता है।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर अंगारिका धर्मपाल को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए डाक विभाग को अंगारिका धर्मपाल पर स्मारक डाक टिकट जारी करने के लिए बधाई दी, जिन्होंने बौद्ध धर्म के सिद्धांतों के प्रचार तथा बौद्ध धर्म के पुराने गौरव को वापस लाने के लिए जीवन भर नि:स्वार्थ तथा सेवा भाव से कार्य किया।
यह विज्ञप्ति1330 बजे जारी की गई।