भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (26 अप्रैल, 2013) विज्ञान भवन, नई दिल्ली में चतुर्थ सार्वजनिक क्षेत्र दिवस समारोह के अवसर पर सार्वजनिक उद्यमों संबंधी स्थाई सम्मेलन (स्कोप) के प्रतिभा पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र दिवस हमारे देश की आर्थिक प्रगति में सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा उपलब्ध कराई गई बहुमूल्य साझीदारी को मान्यता देने तथा सार्वजनिक क्षेत्र को मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर है।
राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की विकास क्षमता में, अधिक निवेश करके, अधिक तेजी से विस्तार करके तथा प्रौद्योगिकी का उन्नयन करके बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2012 की स्थिति के अनुसार केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के पास, कुल नकद तथा बैंक जमा के रूप में 2.8 लाख करोड़ रुपये था जो कि क्षमता विस्तार तथा कार्यनीतिक परिसंपत्ति सर्जन के लिए निवेश करने की उनकी क्षमता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इन उद्यमों को, अपनी प्रौद्योगिकी को अधिकाधिक विदेशी सहयोग के साथ उन्नत बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन्हें अपने कार्य की मात्रा में बढ़ोत्तरी के लिए तथा मार्केट तक पहुंच के लिए विदेशों में और अधिक निवेश करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र में सीमा निर्धारण के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है कि मार्च 2012 में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के 66 उद्यम बीमार थे। उन्होंने कहा कि हालांकि धीरे-धीरे ऐसे उद्यमों की संख्या घटी है परंतु इन बीमार यूनिटों को पुनर्जीवित करने और मजबूत करके उन्हें आधुनिक बनाने के लिए बहुत कुछ किया जाना है। उन्होंने यह भी कहा कि इनके तेजी से स्वस्थ होने तथा बीमार होने से बचाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम संबंधी पुनर्निर्माण बोर्ड की सिफारिशों का कार्यान्वयन करना होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र दृढ़ता से हमारे देश की प्रगति में योगदान देता रहा है और उन्हें विश्वास है कि यह और विकास करेगा तथा भविष्य में और ऊँचाईयां प्राप्त करते हुए देश की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में, श्री प्रफुल्ल पटेल, केंद्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री, डॉ नितीश सेन गुप्ता, अध्यक्ष, सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम संबंधी पुनर्निर्माण बोर्ड तथा श्री सी.एस. वर्मा, अध्यक्ष स्कोप शामिल थे।
यह विज्ञप्ति 1330 बजे जारी की गई