भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति, फिदेल कास्त्रो रूज के निधन पर शोक व्यक्त किया।
क्यूबा गणराज्य राष्ट्र और मंत्रिपरिषद के महामहिम राष्ट्रपति, श्री राउल कास्त्रो रुज को अपने एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति और आपके भाई, क्यूबा क्रांति के नेता फिदेल कास्त्रो रूज के निधन का समाचार प्राप्त करना बहुत दुखद है। कृपया मेरी शोक संवेदनाएं स्वीकार करें।
राष्ट्रपति कास्त्रो भारत के मित्र थे। भारत की जनता अपने लोगों की स्वतंत्रता और प्रगति के लिए उनके संघर्ष की सराहना करती थी। भारत 1959 की क्रांति की सफलता के बाद क्यूबा को मान्यता देने वालों में पहला था। उनके करिश्माई नेतृत्व में क्यूबा ने विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य, जैव-प्रौद्योगिकी और खेल में सराहनीय उपलब्धि अर्जित की है। वह निर्गुट आंदोलन के सर्वोच्च पद सहित विश्व स्तर पर एक ऊंची हस्ती रहे हैं।
हम भारत और क्यूबा के घनिष्ठ संबंधों में राष्ट्रपति कास्त्रो के व्यक्तिगत योगदान को सदैव संजो कर रखेंगे। 1983 में निर्गुट आंदोलन शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति कास्त्रो की नई दिल्ली यात्रा की स्मृतियां अभी तक हमारे मन में ताजा हैं। भारत क्यूबा गणराज्य की जनता के साथ शोकाकुल है।’’
यह विज्ञप्ति 2120 बजे जारी की गई।