भारतीय रेल लेखा सेवा, भारतीय रेल कार्मिक सेवा तथा भारतीय रेल भंडार सेवा के 56 परिवीक्षाधीनों के समूह ने आज (27 मई, 2013) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। सत्ताइस राज्यों से आए हुए इन परिवीक्षाधीनों के समूह में 29 प्रतिशत महिलाएं थी।
परिवीक्षाधीनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने उन्हें एक बहुत कठिन प्रतियोगितात्मक परीक्षा में सफलता पाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल में सेवा ग्रहण करके वे राष्ट्र निर्माण के महान कार्य में भाग ले रहे हैं तथा उन्हें अपना जीवन और सेवाओं को देश की सेवा में समर्पित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल इस देश के एकीकरण का एक बड़ा माध्यम रही है तथा वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें इस महान संगठन की सेवा का मौका मिला है।
इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय रेल अकादमी, बड़ोदरा के महानिदेशक भी उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1520 बजे जारी की गई