भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (28 मार्च, 2014) राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में हरियाणा के राज्यपाल, श्री जगन्नाथ पहाड़िया द्वारा लिखित पुस्तक ‘हाशिये से मुख्य धारा तक’ की प्रथम प्रति प्राप्त की। राष्ट्रपति ने यह पुस्तक डॉ. कर्ण सिंह, संसद सदस्य (राज्य सभा) तथा अध्यक्ष, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद से प्राप्त की, जिन्होंने इसका औपचारिक विमोचन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि श्री पहाड़िया को भारतीय गणतंत्र की कहानी को विकसित होते देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। जैसे ही उन्होंने आयु के हिसाब से 25 वर्ष की न्यूनतम अर्हता प्राप्त की, श्री पहाड़िया लोक सभा में पहुंच गए। उन्होंने कहा कि जिस तटस्थता से श्री पहाड़िया ने अपनी आत्मकथा में घटनाक्रमों के विकास का वर्णन किया है, वह उल्लेखनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि श्री पहाड़िया ने अपनी जीवन यात्रा के दौरान जो क्षमता, समर्पण तथा महान विनम्रता दर्शाई है, उससे हम सभी बहुत कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने श्री पहाड़िया को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी और उनके दीर्घ, स्वस्थ और उपलब्धिपूर्ण जीवन की कामना की।
यह विज्ञप्ति 1330 बजे जारी की गई।