भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (28 जुलाई, 2016) ‘इंडियाज मोस्ट पावरफुल विमैन’ काफी टेबल पुस्तक की प्रति प्राप्त की। यह पुस्तक श्रीमती प्रेम आहलुवालिया द्वारा लिखी गई है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने अपनी पुस्तक के माध्यम से भारत में महिलाओं के योगदान को मान्यता देने के प्रयास करने के लिए पुस्तक की लेखिका श्रीमती प्रेम आहलुवालिया को मुबारकबाद दी। उन्होंने पुस्तक के उद्देश्य और इसमें निहित महिलाओं की कहानियों को प्रत्येक युवा मन-मस्तिष्क तक पहुंचाने और एक प्रगतिशील समाज की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित होने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक अनुसंधानकर्ताओं और विश्लेषकों के लिए भी अनुसंधान के एक अच्छे स्रोत का प्रयोजन सिद्ध करेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस पुस्तक में महिलाओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में विशिष्ट रूप से कार्य निष्पादन किया है और अपनी क्षमता तथा योग्यता द्वारा अपने लिए एक स्थान बनाया है। देश उनका ऋणी रहेगा और उनके योगदान को कभी नहीं भुला सकेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों, जैसे उद्योग, राजनीति, व्यापार, व्यवसाय आदि अनेक क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है और सही निर्णयों पर पहुंचने के लिए उदाहरणीय इरादे और विश्लेषण की शक्ति का प्रदर्शन किया है।
डॉ. नजमा हेपतुल्ला, राज्य सभा सदस्य ने भी समूह को संबोधित किया।
यह विज्ञप्ति 1900 बजे जारी की गई