भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में कल (27 अक्तूबर, 2015) स्वाजीलैंड के महामहिम नरेश मुसवती III का स्वागत किया।
नरेश का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-अफ्रीका मंच का तीसरा शिखर सम्मेलन एक ऐतिहासिक अवसर है। भारत-अफ्रीका संबंधों के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत को किसी शिखर सम्मेलन बैठक में समग्र अफ्रीका महाद्वीप के नेताओं का एकसाथ स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत स्वाजीलैंड के साथ अपने हार्दिक संबंधों और सहयोग को महत्व देता है। वह यह देखकर खुश हैं कि पिछले कुछ वर्षों में ही भारत और स्वाजीलैंड के मैत्री संबंध नियमित रूप से बढ़े हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की उम्मीदवारी के लिए स्वाजीलैंड के निरंतर समर्थन की भारत सराहना करता है। उन्होंने स्वाजीलैंड के विकासात्मक लक्ष्यों की प्राप्ति में भारत सरकार के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने यह विश्वास जताया कि आगामी वर्षों में भारत-स्वाजीलैंड संबंध और अधिक मजबूत होंगे।
राष्ट्रपति की भावनाओं के प्रत्युत्तर में नरेश मुसवती ने तीसरा भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन आयोजित करने और स्वाजीलैंड तथा समग्र अफ्रीका को विकास सहायता देने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि स्वाजीलैंड को अपने राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए भारत से अनुभव और सतत सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने महत्वपूर्ण विषयों पर भारत को स्वाजीलैंड की सहायता का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि स्वाजीलैंड एक मजबूत साझीदारी के लिए उत्सुक है।
यह विज्ञप्ति1350 बजे जारी की गई।