‘भारतीय होने पर गर्व’ कार्यक्रम में भाग लेने वाले खाड़ी के देशों के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने आज (30 जनवरी 2014) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने एशियन न्यूज को इस नई पहल के लिए बधाई दी, जिसका उद्देश्य खाड़ी के देशों के भारतीय विद्यार्थियों को हमारे महान देश के इतिहास तथा विरासत से परिचित कराना है। उन्होंने कहा कि भारत की महान प्राचीन सभ्यता सहनशीलता तथा स्वीकरण की भावना के कारण जीवित रही है। अहिंसा की भावना, जिसने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में सहायता दी, हमारी सभ्यता का सार है। अंग्रेजों का बहुत से वर्षों का उपनिवेशवादी शासन भी हमें फिर से खड़े हाने से नहीं रोक पाया। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा सक्रिय लोकतंत्र है।
राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे भारतीय होने पर गर्व महसूस करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि संपूर्ण विश्व उनका है तथा वे जिस भी देश में रहते हैं उन्हें वहां उन्हें भारत का राजदूत होना चाहिए।
ये विद्यार्थी एशियानेट न्यूज चैनल के ‘भारतीय होने पर गर्व’ कार्यक्रम के तहत दिल्ली में हैं, जिसका उद्देश्य खाड़ी के देशों के स्कूलों में पढ़ रहे भारतीय विद्यार्थियों में देशभक्ति तथा भारत के बारे में जानने के प्रति रुचि जागृत करना है।
यह विज्ञप्ति 1500 बजे जारी की गई।