भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी ने आज(30मार्च 2013)राष्ट्रपति भवन में,एक समारोह में राष्ट्रपति अंगरक्षक को रजत तूर्य तथा तूर्य पताका प्रदान की|
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने, राष्ट्रपति अंगरक्षक को सेना की उच्चतम परंपराओं और अनुशासन को बनाए रखने के लिए बधाई दी| उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि राष्ट्रपति अंगरक्षक उस पेशेवराना समर्पण और प्रतिबद्धता को बनाए रखेंगे जिसका वे वर्षों से प्रदर्शन करते रहे हैं| उन्होंने,देश के प्रति पूर्ण भक्ति तथा निस्वार्थ समर्पण के लिए,राष्ट्रपति अंगरक्षक के सभी पूर्व तथा मौजूदा अधिकारियों और सैनिकों तथा उनके परिजनों की प्रशंसा की एवं सेनाओं के जवानों को उनके सभी प्रयासों के लिए शुभकामनायें दी|
प्रस्तुति परेड के बाद आयोजित दृश्य-श्रव्य कार्यक्रम में रजत तूर्य तथा तूर्य पताका के इतिहास और महत्व पर प्रकाश डाला गया| इस प्रस्तुति में,राष्ट्रपति अंगरक्षक की कहानी और मौजूदा समय में उसकी भूमिका का चित्रण किया गया यह प्रदर्शन,सबसे पहले 30 सितम्बर 1973 को,राष्ट्रपति अंगरक्षक की दो सौवीं जयंती के अवसर पर आयोजित प्रस्तुति परेड में शुरू किया गया था| राष्ट्रपति अंगरक्षक की सहभागिता से तथा राष्ट्रपति भवन के अग्र प्रांगण की प्राकृतिक रंगभूमि में,स्वर तथा प्रकाशयुक्त इस प्रस्तुति ने भव्यता, रंग तथा वैभवशाली पृष्ठभूमि को जीवंत कर दिया| समारोह में राष्ट्रपति अंगरक्षक के घोड़ों द्वारा आकर्षक घुड़सवारी करतबों का भी प्रदर्शन किया गया|
यह विज्ञप्ति 2110 बजे जारी की गई