श्री दीप कुमार उपाध्याय, नेपाल के राजदूत ने आज (30 अप्रैल 2015) भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी को परिचय पत्र प्रस्तुत किए।
परिचय पत्र प्रस्तुतीकरण समारोह के उपरांत एक बैठक में राष्ट्रपति जी ने कहा कि नेपाल की जनता के जीवन के इस कठिन समय में राजदूत अपना पद ग्रहण कर रहे हैं। विनाशकारी भूकंप ने बहुत बड़ी संख्या में लोगों का जीवन तहस-नहस कर दिया है और इसमें बहुत सी जानें गई हैं तथा बहुत विपदाओं का सामना करना पड़ा है। जैसे ही भारत को इस भूकंप के बारे में जानकारी मिली उसने सहायता का हाथ बढ़ाया। उन्होंने नेपाल के राष्ट्रपति जी से बात की तथा आश्वासन दिया कि भारत अपने ऐसे निकट के पड़ोसी की सहायता के लिए जो कुछ भी संभव है वह करेगा,जिसके साथ उसके सदियों पुराने प्रगाढ़ संबंध रहे हैं। राष्ट्रपति जी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत के लोग नेपाल की जनता के साथ हैं। वे तहेदिल से इस आपदा से प्रभावित अपने भाइयों और बहनों के साथ हैं। भारत को उम्मीद है कि स्थिति शीघ्र ही सामान्य हो जाएगी।
राष्ट्रपति जी के उद्गारों के प्रत्युत्तर में नेपाल के राजदूत ने कहा कि नेपाल भूकंप द्वारा बरपाए गए विध्वंश से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है। भारत की सरकार और उसकी जनता का सहयोग और संवेदना नेपाल के लिए ताकत का बड़ा स्रोत है। नेपाल, भारत सरकार द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के लिए आभारी है।
यह विज्ञप्ति 1700 बजे जारी की गई।