विशिष्ट अतिथिगण,
देवियो और सज्जनो,
अस्सालेमु अलेकुम
1.मुझे एक बार फिर से आपके सुंदर देश की यात्रा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मैडम राष्ट्रपति महोदया,मैं आपके हार्दिक स्वागत, शानदार आतिथ्य और नेपाल के लोगों की मैत्री के प्रति गहरा आभार प्रकट करता हूं। नेपाल में पाए गए अपार प्रेम से मैं पूरी तरह से अभिभूत हूं।
महामहिम
2.भारत और नेपाल के सदियों पुराने ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंध हैं। हमारे लोगों ने हमेशा से मैत्री और सहयोग के निकट संबंध को कायम रखा है। हमारे दोनों देशों के बीच सामाजिक आर्थिक,सांस्कृतिक और जनता से जनता के संपर्क हमारे हार्दिक संबंधों औश्र परस्पर समझ जो हम दोनों सरकारों के बीच मौजूदा हार्दिक संबंधों और परस्पर समझ को मजबूत करते हैं। ये विशेष बंधन भारत और नेपाल मैत्री के दिलों में हैं। ये हमारे साझीदारी के विशेष वाहक है; वे हमारे अनूठे,प्रगाढ़ और बहुमुखी संबंधों में प्रमुखता और गतिशीलता प्रदान करते हैं। मुझे विश्वास है कि हम दोनों देशों के भाग्य अंतर्संबद्ध हैं। हमें एक दूसरे के स्वस्थ और खुशहाल होने में परस्पर महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।
महामहिम
3.नेपाल की जनता लोकतंत्र के लाभ समेकित करने के लिए,प्रत्येक नागरिक की प्रगति हासिल करने और लाभ सुनिश्चित करने के प्रति ऐतिहासिक रूप से प्रतिबद्ध है। शांति,स्थिरता, प्रगति और चहुंमुखी विकास के लिए उनकी जिज्ञासा में नेपाल के लोगों के परिश्रम और उपलब्धियों की मैं सराहना करता हूं। इस बदलाव को लाने में नेपाल के लोगों की प्रतिबद्धता सचमुच सराहनीय है। वे समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर संघीय और लोकतांत्रिक फ्रेमवर्क के भीतर अपने उद्देश्यों की प्राप्ति चाहते हैं। वे एक ऐसा संविधान बनाना चाहते हैं जो उनकी विभिन्न सामाजिक फैब्रिक की आवश्यकताओं को पूरा करे। यह कोई आसान कार्य नहीं है।
4.मैं गहन विषम परिस्थिति में नेपाल के लोगों के सहन शक्ति को सलाम करता हूं। पिछले वर्ष नेपाल में हुई प्राकृतिक आपदा से अवरणीय कठिनाई सामने आई - जैसा कि हमेशा होता आया है,सबसे कमजोर वर्ग बुरी तरह से प्रभावित होते हैं। इस समय और सही मायने में भारत के लोगों ने यथातीव्र रूप में नेपाल में अपने भाइयों की सहायता के लिए आए - और उनके आवास और उनके जीवन के पनुर्गठन में नेपाल की सरकार और लोगों को सहायता पहुंचाते रहेंगे।
महामहिम,
5.भारत को नेपाल के सामाजिक आर्थिक विकास में बहुत रुचि है। नेपाल के निकटतम पड़ोसी के रूप में भारत को नेपाल के लोगों की उपलब्धि पर और नेपाल के साथ उसकी विकास की साझेदारी की सफलता पर गर्व है। हमारे द्विपक्षीय सहयोग में मानव परिश्रम के सभी आयाम शामिल हैं। हमने हमारे संयुक्त कार्य को मॉनीटर करने के लिए स्वस्थ संस्थागत प्रणाली का सृजन किया है।
6.हमारे नियमित उच्च स्तरीय आदान प्रदान हमारे द्विपक्षीय संबंधों के प्रमाण चिह्न हैं। वे उच्च स्तर के उस आत्मविश्वास का प्रदर्शन करते हैं जो एक दूसरे में है और हमारे लोगों की प्रगति के लिए हमारे संसाधनों और विशिष्टताओं की लिवरेज के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। आज हमारे युवाओं के पास उनकी अभिलाषाओं को साकार करने के अवसर हैं। यह हमारा परम कर्तव्य है कि हम उनकी आर्थिक खुशहाली और विकास के अनुसरण के लिए तैयार हों और उन्हें सुविधा प्रदान करें।
महामहिम,
7.भारत में हो रहे तीव्र आर्थिक परिवर्तन नेपाल के लोगों के लिए अपूर्व अवसर प्रदान करते हैं। हम उन्हें भारत की विकास गाथा के एक भाग के रूप में आमंत्रित करते हैं। एक साथ मिलकर हमारे निरंतर बढ़ते हुए पारस्परिक लाभकारी सहयोग को पूर्ण क्षमता से हासिल कर सकते हैं और हमें करना है। हमने मिलकर हमारे सामान्य हितों जिसमें व्यापार,परस्पर निवेश, रक्षा और सुरक्षा,कृषि, पन बिजली,अवसंरचनात्मक विकास और संपर्क परियोजनाएं शामिल हैं,के कुछ क्षेत्रों को प्राथमिकता दी है।
भारत नेपाल के लोगों और सरकार को उनकी आवश्यकतानुसार सभी संभव समर्थन देने के लिए सदैव तैयार है।
महामहिम
8. 21वीं सदी में हमारे द्वारा सामना की जा रही सामान्य चुनौतियां हमारे क्षेत्रों और उससे परे भी शांति और सुरक्षा के एक वातावरण के लिए आवश्यकता महसूस करेंगे। आज आतंकवाद हमारी शांति और सुरक्षा के लिए सबसे अधिक गंभीर खतरा बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकसाथ मिलकर कार्य करना होगा। हमें सभी समाजों में सहिष्णुता और विवेक की आवश्यकता होगी और हम आतंकवाद के अभिषाप का उन्मूलन करेंगे। इसी प्रकार यह केवल एक सामूहिक,वैश्विक सहयोगी प्रयास है जो जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावी रूप से निपटा सकता है।
9. तीव्र प्रौद्योगिकीय विकास ने महान अवसर खोल दिए हैं और विश्व निरंतर अंतरनिर्भर होता जा रहा है। भारत क्षेत्रीय और उपक्षेत्रीय सहयोग के प्रति सदैव प्रतिबद्ध है। भारत ने क्षेत्रीय सहयोग के संवर्धन के लिए उपायों पर विचार विमर्श करने के लिए गोवा में विस्मैटिक देशों से ब्रिक्स बिसमैटिक नेताओं तक पहुंचने के लिए प्रधानमंत्री प्रचंड और अन्य नेताओं का स्वागत करने में सम्मानित महसूस किया।
10.हमारे देश एकसाथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं। भारत अपने पड़ोसी देशों विशेषकर नेपाल जिसके साथ हमारे निकटतम भाईचारे के संबंध हैं के साथ अपने संबंधों को उच्चतम प्राथमिकता देता है।
10.भारत इन संबंधों को और अधिक मजबूत करने और बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्ध है और हम जानते हैं कि नेपाल भी ऐसा ही हैं। संप्रभु देशों के रूप में हमने सुनिश्चित किया है कि हमारी साझीदारी एक दूसरे के हितों और चिंताओं के लिए बहुत ही विश्वास और सम्मान पर आधारित हैं। हम दोनों इस आत्मविश्वास से पूरित हैं कि इस दृष्टिकोण से हम सफलता अवश्य प्राप्त करेंगे। महामहिम इन शब्दों के साथ मैं आपको भारत की यात्रा करने के लिए आपको निमंत्रण देने की बात को हार्दिक रूप से दोहराता हूं। मैं आपका नई दिल्ली में स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त करने की उम्मीद करता हूं।
मैं आप महामहिम, देवियों और सज्जनों को से प्रवेश कर रहे हैं।
देवियो और सज्जनो, आइए हम सब मिलकरः
• महामहिम राष्ट्रपति,अब्देल फतह अल सीसी के स्वास्थ्य और खुशहाली;
• मिस्र की मित्र जनता की प्रगति और समृद्धि;तथा
•भारत और मिस्र की स्थाई मैत्री और सहयोग की कामना करें।