1. मुझे राष्ट्रपति भवन में आप सब लोगों का स्वागत करने के लिए आपके बीच उपस्थित होने में बड़ी खुशी है।
प्रिय मित्रो,
2. मैं स्मार्टग्राम और गुरुग्राम से आए वर्तमान और भावी उद्यमियों के बीच आकर बहुत प्रसन्न हूं,जो ग्रामों से स्मार्टग्राम की दूरी तय करके यहां पहुंचे हैं। स्मार्टग्राम के विचार से मुझे प्रसन्नता हुई है जिसने आठ महीने की अल्पावधि के भीतर हरियाणा के पांच चयनित ग्रामों में जन्म लिया और सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए तेजी पकड़ी। मैंने हमेशा माना है कि भारत तभी विकास करेगा जब संपूर्ण भारत विकास करेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामों में अब भी हमारी आबादी का68 प्रतिशत रहते हुए,स्मार्टविकास तभी हो सकता है यदि ग्राम और ग्रामीण स्मार्ट हो जाएंगे। पिछले वर्ष मई के महीने में राष्ट्रपति संपदा एक स्मार्ट टाउनशिप बना। मुझे विश्वास था कि राष्ट्रपति संपदा में की गई पहल कुछेक प्रयोगों से हमारे ग्रामों तक विस्तृत हो जाएगी। मेरी विचार प्रक्रिया के केंद्र में महात्मा गांधी का आत्मनिर्भर ग्राम दृष्टिकोण था। हमारा नया गांधीवादी मॉडल राज्य सरकारों पीआरआईज,निजी क्षेत्र के संगठनों, एनजीओ और ज्ञानवान नागरिकों के संसाधनों के अभिसरण पर आधारित नीति प्रतिमान विकसित करने के लिए एक प्रयास है जो हमारे ग्रामों को आर्थिक रूप से प्रकंपित और सामाजिक रूप से एकरूप और जहां तक हो सके आत्मनिर्भर बनाएगा।
3. मित्रो हमारे लिए स्मार्टग्राम अनिवार्य रूप से तीन एच का तात्पर्य- ह्यूमेन (मानवीय),हाइटैक (उच्च तकनीकी)और हैप्पी (खुशहाल) से है जो जीवन में संवर्धित गुणवत्ता सुनिश्चित करता है और जो हमारे ग्राम निवासियों की शांति,खुशहाली और आरोग्यता में योगदान देता है। इसमें आवश्यक रूप से शासन में सुधार और सेवाओं का वितरण,जीविका और आर्थिक अवसर की अवसंरचना में निहित स्मार्ट सूचना और संवाद के सतह सहित आवश्यक मूल भौतिक और सामाजिक अवसंरचना होनी चाहिए। मैं अपने स्मार्टग्राम प्रोजेक्ट के लिए हरियाणा सरकार के प्रति उनकी तत्काल स्वीकृति और अतिसक्रिय समर्थन के लिए आभारी हूं। इस पहल के अंतर्गत हम अवसंरचनात्मक विकास,स्वास्थ्य और कल्याण, शिक्षा,कृषि, ऊर्जा और कौशल विकास और उद्यमिता के क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं और अब तक हमने पर्याप्त प्रगति कर ली है। पांचों ग्रामों में आज चौबीसों घंटे बिजली,सामान्य सेवा केंद्र, प्रशिक्षण केंद्र,चिकित्सा क्लीनिक और कल्याण केंद्र मौजूद हैं। अब तक 30 से अधिक संगठन में स्मार्ट ग्राम संघ से जुड़ गए हैं। इनमें सरकारी संगठन,सार्वजनिक, निजी और परोपकारी संगठन,स्वैच्छिक संस्थाएं और निश्चित रूप से ग्रामीण स्वयं ही शामिल हैं। विविध क्षेत्रों से अनेक नायकों के शामिल होने से एक मॉडल का विकास हुआ है जहां केंद्रीय सरकार,राज्य सरकार की योजनाएं, शैक्षिक संस्थाओं के प्रयास,पंचायती राज संस्थाओं और निजी व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में सहक्रिया हेतु एकजुट हो रहे हैं। मैं हमारे साथ सहायता देने के लिए सभी संगठनों और संस्थाओं का धन्यवाद करता हूं। हमारी पूर्व सफलताओं द्वारा प्रोत्साहित होकर हमने परियोजना को इस वर्ष फरवरी महीने में क्षेत्रों में पांच से पचास ग्रामों तक बढ़ा दिया है। मुझे मई, 2017मे अंत तक इस परियोजना को 100 ग्रामों तक बढ़ाने के प्रति विश्वास है।
प्रिय मित्रो,
4.स्मार्टग्रामों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं और कार्यक्रमों में ग्रामों की युवाओं और महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उनकी उद्यम क्षमता के विकास का बहुत उपयोगी प्रभाव पड़ा है। मैं कौशल विकास में एनएसडीसी और निफ्टैम द्वारा किए गए कार्य की सराहना करता हूं। मुझे बताया गया है कि लगभग 1200 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया गया है जिसमें से अधिक संख्या में उन्हें नौकरी भी मिल गयी है। निफ्टम द्वारा प्रशिक्षित किए गए,सहायता दिए गए कुछ उद्यमियों ने अपने उद्यम आरंभ किए हैं और पर्याप्त संख्या में वे ऐसा करने की प्रक्रिया में हैं। मैं उन सबको भावी परिश्रम के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
5.कौशल प्रशिक्षण सलाहकारिता और परियोजना के वित्त पोषण के रूप में ग्रामों से सहायता के रूप में उद्यम क्षमता की अपेक्षा की जाती है। मैं प्रसन्न हूं कि श्री राहुल बजाज की अध्यक्षता में भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट ने स्मार्टग्राम में स्मार्टग्राम परियोजना की भागीदारी की है और वह सक्षम उद्यमियों को सलाह/सहायता प्रदान करने के लिए सहमत हुआ है। एक सलाहकार को उभरते हुए उद्यम को प्रत्येक कदम पर सहायता देनी होती है और उसके पैरों पर खड़े होने के लिए आत्मविश्वास जगाना पड़ता है। हमें प्रत्येक ग्राम से कम से कम पांच उद्यमियों को विकसित करना है जो आस-पास अन्य लोगों के लिए रोजगार पैदा करेंगे। ग्रामीण युवाओं के शहरों में प्रवासीकरण की समस्या को ग्राम संसाधनों,कृषि आधारित उत्पादों के आधार पर उद्यमों के द्वारा ग्रामों में रोजगार अवसर पैदा करके निपटाया जा सकता है। गुरुग्राम में स्मार्टग्रामों में बिजनेसा आइडिया कंटेस्ट संगठन एक नया विचार है। मैं प्रतियोगिता के विजेताओं को बधाई देता हूं और उनके सफल उद्यमी बनने की यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
प्रिय मित्रो, देवियो और सज्जनो,
6.मैं हमेशा विश्वास करता हूं कि यदि भारत को एक महान आर्थिक शक्ति बनना है तो इसे भारी मात्रा में नवान्वेष उद्यमिता पर निवेश करना होगा। मेरा अनुभव मुझे बताता है कि प्रत्येक भारतीय मस्तिष्क एक नवान्मेषी मस्तिष्क है। इसके पास समस्याओं के समाधान निकालने की क्षमता है। हमें समस्याओं को अवसरों में बदलने और ऑपरेशन के पैमाने पर विस्तृत रूप से कार्य करने की आवश्यकता है। आज हमारे पास स्टार्ट अप इंडिया,स्टैंड अप इंडिया और अटल नवान्वेषी मिशन जैसे कार्यक्रम हैं जो विचारों के सृजन में उद्यमिता और स्टार्ट अप्स को वित्तपोषित कर सकते हैं। हाल ही में हमने भारत से ऐसे सफल स्टार्ट अप्स की बड़ी संख्या देखी है जिन्होंने विश्व में नाम कमाया है। इससे भी और अधिक हैं जिन्होंने कृषि, स्वास्थ्य देखभाल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य किया है। यहां तक कि यदि उनमें से कोई असफल भी होता है वे तब भी हमें सफलता का मार्ग दिखाते हैं।
7.आज मोटे तौर पर प्रत्येक वर्ष 12 मिलियन युवा श्रम बाजार में प्रवेश करते हैं।35 वर्ष की आयु से कम आबादी के लगभग65 प्रतिशत हैं। भारतीय नवान्वेष रणनीति को ऐसे विचार सृजन पर ध्यान देना है जो समावेशी प्रगति को बढ़ाए और उन्हें लाभ पहुंचाए जो सामाजिक आर्थिक पिरामिड की निचली सतह पर हैं। कौशल प्रदान करना और लाभकारी रोजगार प्रदान करना जनसांख्यिकीय चुनौतियों से निपटने के लिए और उत्साह,ऊर्जा और हमारे युवाओं की महत्वाकांक्षा के उपयोग के लिए अनिवार्य है जो आर्थिक विकास में योगदान दे सके। भारत के पास विशाल घरेलू बाजार है और इससे उद्यमियों को लाभ मिलता है जो कम लागत के उत्पादन के लिए स्थानीय सामग्री और प्रौद्यागिकियों का इस्तेमाल करते हैं और बाजार के लिए अच्छी गुणवत्ता के उत्पाद का प्रयोग करते हैं।
प्रिय मित्रो,
8.बिस्ट के रजत जयंति समारोह के अवसर पर मैं इसकी पहल के लिए नेतृत्व को बधाई देता हूं और उन्हें भावी परिश्रम के लिए सफलता की कामना करता हूं आज हरियाणा के स्मार्ट ग्राम से नायक,पूरे देश के अन्य सफल उद्यमियों, उद्योग सलाहकार और अन्य उद्यमीय पारितंत्र के चैंपियन यहां एकत्र मस्तिष्कों की बैठक के रूप में एकत्र हुए हैं। हमारे संवाद मेधावी हों और सार्थक हों। आइए हम सब इस सलाहकार आंदोलन को उद्यमिता विकास में आगे बढ़ाएं। हम इस महान देश की सच्ची सेवा के द्वारा इसमें योगदान दें।
धन्यवाद,
जयहिंद ।