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इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू 2016 में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

विशाखापत्तनम : 06.02.2016



बंगाल की खाड़ी के समुद्र में खड़े शानदार युद्धपोतों के सुंदर दृश्य को देखना वास्तव में मेरा सौभाग्य है। ड्रेसिंग लाइनों पर फहराती पताकाएं और ध्वज अपने पोतों का संचालन कर रहे प्रसन्नचित और गर्वित श्वेत वर्दीधारी पुरुषों का देखना वास्तव में सुखद है। आज यहां आप सभी के बीच उपस्थित होना तथा पोतों की इस आकर्षक अंतरराष्ट्रीय परेड का अवलोकन करना मेरा सौभाग्य है। विशाखपत्तनम के पूर्वी तट पर50 मित्र नौसेनाओं ने समुद्री यात्रा की है तथा इस प्रथम इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू में भाग लेने के लिए नौसेना पोत और/अथवा प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं। मैं भारत सरकार और जनता की ओर से अपने सभी विदेशी अतिथियों का हार्दिक स्वागत करता हूं तथा हमारी भारतीय नौसेना के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए धन्यवाद करता हूं।

संपूर्ण विश्व की नौसेनाओं ने राष्ट्र के प्रति अपनी वफादारी और निष्ठा के प्रतीकार्थ में तथा नाविकों और राष्ट्र के बीच संबंध प्रगाढ़ करने के लिए फ्लीट रिव्यू का आयोजन किया है। इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू ने ऐसा ही और इससे अधिक किया है। इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू ने भारतीय नौसेना के कौशल का प्रदर्शन करते हुए पूरे विश्व की नौसेनाओं को भारतीय तटों पर एकजुट किया है तथा शांति,सहयोग और मैत्री को बढ़ावा देने के लिए समुद्रों का प्रयोग करने की साझी आकांक्षा का संकेत दिया है और सुरक्षित समुद्री भविष्य के लिए साझीदारी भी विकसित की है। इतनी बड़ी संख्या में उनकी उपस्थिति ने इस अंतरराष्ट्रीय समारोह को शानदार बना दिया है तथा इस इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू की भावना हम वास्तव में समुद्र के माध्यम से संगठित हैंसच्ची अभिव्यक्ति दी है। जो समुद्र हमारे तट से टकराता है वह आपके तट को भी संपर्श करता है। ये विस्तृत समुद्रों का साझापन वास्तव में हमें एक दूसरे से जोड़ता है। इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू ने हमें मानवता और विश्व के और अधिक हित के लिए हमारे समुद्रों की सुरक्षा हेतु एकत्रित किया है और मिलकर कार्य करने में सक्षम बनाया है।

विश्व की नौसेनाओं की समुद्रों में सद्भावना को बढ़ावा देने,शांति और अमन को कायम रखने की अनूठी भूमिका है। इस ऐतिहासिक फ्लीट रिव्यू में भाग ले रहे आपके पोत और कार्मिक आपके महान राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। आपकी जनता की मैत्री और सद्भावना के संदेश ने परस्पर सहअस्तित्व के लिए शांति,समृद्धि और स्थिरता को बढ़ावा देने तथा सुरक्षित समुद्र की सुनिश्चितता के प्रति हमारे विश्वास को मजबूत किया है। मुझे ज्ञात है कि आपके प्रवास के पिछले कुछ दिनों के दौरान हुई परिचर्चा रोमांचकारी रही है तथा आप सभी अभ्यास में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं तथा इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू के संपन्न होने पर एक साथ यात्रा करेंगे।

हिंद महासागर के प्रमुख जलयान मार्गों के साथ भारत की भौगोलिक स्थिति की प्रमुख समुद्री भूमिका है। वर्तमान राजनीतिक और आर्थिक वातावरण के वैश्वीकृत स्वरूप को समझते हुए,हमारा यह विश्वास है कि मौजूदा समुद्री क्षेत्र के लिए जरूरी है कि विश्वभर की नौसेनाएं सभी समुद्रों के भूरे,हरे और नीले जल की बढ़ती अपारंपरिक समुद्री चुनौतियों का मुकाबला करने के प्रयासों पर पुन: जोर दें। तदनुसार भारतीय नौसेना ने विकसित हो रहे वैश्विक माहौल के बदलावों को प्रतिबिंबित करने के लिए अपनी समुद्री रणनीति को पुन: संयोजित किया है तथा समुद्री स्थिरता के लिए सहयोगात्मक पहल की विश्वस्तरीय प्रतिष्ठा अर्जित की है तथा हिंद महासागर में संचार की प्रमुख समुद्री लाइनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रमुख भूमिका निभाई है।

मैं भारतीय नौसेना विशेषकर पूर्वी नौसेना कमान की आज के शानदार फ्लीट रिव्यू के उत्कृष्ट नियोजन और श्रेष्ठ संचालन के लिए सराहना करता हूं। इतने विशाल स्तर पर समारोह का आयोजन लोगों की भागीदारी और सहयोग द्वारा ही किया जा सकता है। मैं सहयोग के लिए आंध्र प्रदेश सरकार तथा विशाखापत्तनम के सभी नागरिकों को धन्यवाद और बधाई देता हूं।

मैं इस ऐतिहासिक अवसर पर यहां फ्लीट रिव्यू पर एकत्रित सभी नौसेना जलयानों और प्रतिनिधिमंडलों को धन्यवाद करता हूं। मुझे विश्वास है कि सुदूर स्थानों के आज हमारे अतिथि भारतवासियों के हार्दिक और पारंपरिक आतिथ्य सत्कार की सुखद स्मृतियां अपने साथ लेकर जाएंगे। मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब आप अपने देश जाएं तो अपने साथ विश्व शांति और बंधुत्व का हमारा संदेश लेकर जाएं ताकि हम अपने मैत्रीपूर्ण संबंधों को सुदृढ़ बना सकें तथा भावी पीढ़ियों के लिए बेहतर समुद्री वातावरण निर्मित कर सकें।

धन्यवाद।

जयहिन्द।