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उक्रेन के राष्ट्रपति, महामहिम श्री विक्टर यानुकोविच के सम्मान में आयोजित राज-भोज में राष्ट्रपति जी का अभिभाषण

राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली : 10.12.2012



महामहिम राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच,

विशिष्ट अतिथिगण,

देवियो और सज्जनो,

महामहिम, आपकी भारत की सरकारी यात्रा पर आपका तथा आपके प्रतिनिधि मंडल के विशिष्ट सदस्यों का हार्दिक और सौहार्दपूर्ण स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।

भारत और उक्रेन के बीच मैत्री, सहयोग तथा हमारी जनता के बीच एक दूसरे के लिए लाभदायक संपर्क की परंपरा रही है। हमारी सरकारों के बीच अब व्यापक, बहुआयामी तथा सारगर्भित साझीदारी है। इस वर्ष जब हम आपसी कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 20वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, हमें अपने संयुक्त प्रयासों और अपनी उपलब्धियों पर संतोष का अनुभव होता है।

राष्ट्रपति जी, भारत उक्रेन के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्त्व देता है। आपकी इस यात्रा से हमें इस दिशा में अवलोकन करने और आने वाले वर्षों के लिए अपना एजेंडा तय करने का अवसर मिला है। हमारे दोनों देश इस समय आजादी के बाद हमारे द्वारा प्राप्त उपलब्धियों से लाभ उठाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं तथा हम दोनों ही आने वाले वर्षों में अपने-अपने क्षेत्रों में सतत् आर्थिक विकास तथा स्थायित्व की उम्मीद करते हैं।

आज हमारी सरकारों द्वारा जो संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया है तथा जो करार किए गए हैं, उनसे विभिन्न क्षेत्रों में हमारी सफल साझीदारी को और बढ़ावा मिलेगा तथा इनसे सहयोग के और नए अवसरों के उपयोग का अवसर मिलेगा। आज हमारे बीच जो विचार-विमर्श तथा सरकारी वार्ताएं हुई हैं उनमें हम इस बात पर सहमत हुए हंश कि हमारे बहुआयामी सहयोग को आगे बढ़ाने की बहुत संभावनाएं हैं। हम इस बात के लिए उत्सुक हैं कि हमारे दोनों देशों के बीच उपयोगी साझीदारी हो, जो हमारी जनता के लिए और अधिक प्रगति तथा समृद्धि लेकर आए।

महामहिम, भारत में उक्रेन द्वारा दर्शाई गई रुचि का हम स्वागत करते हैं। हम भी व्यापार, उद्योग, रक्षा, अंतरिक्ष तथा असैनिक परमाणु ऊर्जा, संचार, सूचना प्रौद्योगिकी तथा अन्य सेक्टरों में द्विपक्षीय सहयोग में और तेजी लाने की आपकी इच्छा के पक्ष में हैं। उर्वरक तथा फार्मास्यूटिकल हमारे आर्थिक संबंधों का एक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है। भारतीय फार्मास्यूटिकल उद्योग गुणवत्तापूर्ण तथा कम कीमत पर दवाएं उपलब्ध कराकर उक्रेन के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक सकारात्मक भूमिका निभा रहा है। हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि यह हमारे हित में होगा कि हम भारत और उक्रेन के बीच व्यवसायियों, पर्यटकों, विद्यार्थियों तथा पेशेवरों को आवागमन की सुविधा प्रदान करें। हमारे दोनों देशों की जनता के बीच मेल-मिलाप तथा आदान-प्रदान से हमारे चिह्नित सेक्टरों के बीच संबंध अपेक्षित रूप से सघन होंगे।

यह संतोष की बात है कि पिछले पांच वर्षों के दौरान हमारा द्विपक्षीय व्यापार दो गुना से अधिक हो गया है। अब हमारा द्विपक्षीय व्यापार 2.8 बिलियन अमरीकी डालर हो गया है। यह बढ़ोतरी संतोषजनक है परंतु हमें इसकी पूरी संभावनाओं का उपयोग करना होगा।

महामहिम, आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बन कर उभरा है। इस बुराई को खत्म करने के लिए वैश्विक समुदाय को आतंकवादियों और उनको सहायता देने वालों के विरुद्ध सुव्यवस्थित कार्रवाई करनी होगी। वर्ष 2008 में मुंबई पर आतंकवादी हमले सहित भारत में आतंकवादी हमलों की भर्त्सना के लिए हम उक्रेन की बहुत सराहना करते हैं। मुझे विश्वास है कि भारत और उक्रेन आतंकवाद से लड़ने में वैश्विक प्रयासों में योगदान दे सकते हैं।

भारत की जनता उक्रेन की जनता, उसकी हिम्मत तथा सहनशीलता का बहुत सम्मान करती है। उन्होंने सकारात्मक दिशा में बढ़ती हुई जीवंत अर्थव्यवस्था वाले आधुनिक उक्रेन के निर्माण के लिए, अपने इतिहास में बहुत सी चुनौतियों तथा कठिनाइयों का सामना किया है।

वह भारतीय कला एवं संस्कृति के बारे में उक्रेन की जनता द्वारा वर्षों के दौरान प्राप्त विषद ज्ञान की भी सराहना करती है। हमारे दोनों देशों की जनता के बीच इस मित्रता ने हमारे संबंधों को गर्मजोशी प्रदान की है जिसे बढ़ावा देकर फलने-फूलने का अवसर दिया जाना चाहिए। हमारी सरकारें हम दोनों देशों के विविधतापूर्ण समाजों के बीच अधिक सांस्कृतिक तथा शैक्षणिक संपर्क की सुविधा प्रदान करके ऐसा सुनिश्चित कर सकती हैं। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इससे हमारे संपर्कों की गुणवत्ता बढ़ेगी और हमारे संपर्क मजबूत होंगे।

महामहिम, आपकी आजादी के बीस वर्षों के दौरान, लंदन ओलंपिक तथा यूरो 2012 फुटबाल चैंपियनशिप के सफल आयोजन सहित, खेल में आपकी उपलब्धियां और विभिन्न क्षेत्रों में आपके देश की प्रभावशाली उपब्धियां सामने आई हैं। कृपया उक्रेन की जनता की इन गौरवशाली उपलब्धियों के लिए मेरी बधाई स्वीकार करें।

हमें इस बात की खुशी है कि उक्रेन वर्ष 2014 में अपने महान सपूत तारस सेवचेंको की 200वीं जयंती मनाएगा जो कि हमें उक्रेन में भारत के प्रथम नोबल विजेता रवीन्द्र नाथ टैगोर की 150वीं वर्षगांठ के हमारे समारोह की याद दिलाता है। हम वर्ष 2014 में उक्रेन में ‘भारतीय संस्कृति दिवस’ मनाकर आपके इस उत्सव में शामिल होने की आशा करते हैं। इससे पहले हम वर्ष 2013 में ‘भारत में उक्रेन संस्कृति दिवस’ मनाने के लिए उत्सुक हैं। यह एक अवसर होगा जबकि महान डिनेपर की लहरों की ध्वनि और गंगा नदी की पवित्र आध्यात्मिकता का मिलन होगा।

मुझे विश्वास है कि आपकी इस यात्रा से आपस में संपर्क करने, नए प्रयास शुरू करने तथा द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के हमारे अपने-अपने मंत्रालयों के प्रयासों को बल मिलेगा।

महामहिम, देवियो और सज्जनो, मैं सभी विशिष्ट अतिथियों से अनुरोध करूंगा कि हम सब मिलकर :-

- उक्रेन के राष्ट्रपति महामहिम श्री विक्टर यानुकोविच के स्वास्थ्य और प्रसन्नता की;

- उक्रेन की जनता की खुशहाली और समृद्धि की; और

- भारत और उक्रेन के बीच स्थाई मैत्री और सहयोग की कामना करें।