1. मुझे नवान्वेषण उत्सव के समापन सत्र में भाग लेकर प्रसन्नता हो रही है। सबसे पहले,मैं बैंक और वित्तीय क्षेत्रों के प्रमुखों के साथ ‘नवान्वेषण के वित्तपोषण’पर गोल-मेज परिचर्चा के आयोजन की पहल के लिए नाबार्ड को धन्यवाद देता हूं। आज की बैठक में बहुत से अग्रणी बैंकों और वित्तीय संस्थानों की उत्साहजनक सहभागिता को देखना सुखद है।
2. उच्च विकास की हमारी परिकल्पना का साकार होना सभी सेक्टरों में उत्पादकता सुधारों से ही संभव है। विभिन्न खंडों में,विभिन्न स्तरों पर तथा विभिन्न वर्गों के लिए नवान्वेषणों के होने से इस प्रक्रिया में काफी सहायता मिलेगी। नवान्वेषण की विकास यात्रा में किसी नवीन विचार को एक व्यवहार्य उत्पाद में बदलना शामिल है। पूरी नवान्वेषण मूल्य-शृंखला में बैंकिंग प्रणाली का महत्त्व सर्वोपरि है क्योंकि नवान्वेषणों का वित्तपोषण एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण कदम है।
3. नवान्वेषण में उत्तम प्रदर्शन करने वाले राष्ट्र में, अन्य कारकों के साथ-साथ, नवान्वेषणों का फायदा उठाने के लिए उत्साही और सहयोगपूर्ण वित्तीय सेक्टर मौजूद होता है। दुर्भाग्यवश,भारत में नवान्वेषणों के ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जो वित्तीय सहयोग के बिना बेकार पड़े हुए हैं। नवान्वेषकों,निवेशकों और उद्यमियों के बीच सहयोग के माहौल को बदलने के लिए आवश्यक कार्यनीति पर विचार-विमर्श करने की तात्कालिक आवश्यकता है। मुझे बताया गया है कि सप्ताह भर चले समारोह में बुनियादी नवान्वेषकों तथा देश के भीतर और बाहर के नवान्वेषण पारितंत्र के अनेक भागीदारों के बीच उपयोगी बातचीत हुई है।
देवियो और सज्जनो,
4. सरकार ने नवान्वेषणों और उनकी शुरुआत को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक पहलें की हैं जिनसे रोजगार पैदा होगा और गरीबी पर काबू पाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत,बैंकिंग क्षेत्र—मुख्यत: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों—ने अपेक्षाकृत कमजोर और गरीब वर्गों की बैंक खातों और अन्य वित्तीय उत्पादों तक पहुंच के लिए एक महत्वाकांक्षी अभियान सफलतापूर्वक आरंभ किया। छह महीनों की अवधि के भीतर, इस योजना के अंतर्गत,रिकॉर्ड13.2 करोड़ नए बैंक खाते खोलकर, 11.5 करोड़ रुपे कार्ड जारी करके तथा 11000 करोड़ रुपए जमा राशि द्वारा कवरेज लगभग सौ प्रतिशत रही है।
5. इन उपलब्धियों के बावजूद,अभी भी बहुत सी चुनौतियों से निपटना बाकी है। खाता खोलने वाले कम लोगों की पहुंच उनके आजीविका अवसरों को सुधारने के लिए ऋण तक हो पाई है। विशेषकर,मैं आपका ध्यान ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों के हमारे दक्षता प्राप्त युवाओं की उन आवश्यकताओं की ओर दिलाना चाहूंगा जिन्हें अभी बैंकिंग सेक्टर द्वारा समुचित ढंग से पूरा किया जाना है। बैंकों द्वारा नवान्वेषकों की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए नगरों और शहरों में समर्पित काउंटर खोलना उपयुक्त होगा।
देवियो और सज्जनो,
6. बुनियादी नवान्वेषक सुस्थापित बाजार के अभाव के कारण असहाय हैं। कुछ के पास अपने नवान्वेषणों को सतत् और विपणन योग्य उत्पादों में बदलने का आवश्यक कौशल और दक्षता नहीं है। इन संभावित उद्यमियों को तकनीकी सहायता की जरूरत है। इसलिए वित्तीय सहायता की उपलब्धता के अलावा परामर्श भी नवान्वेषण विकास ढांचे का एक महत्त्वपूर्ण प्रभावकारी तत्त्व है। परामर्श और वित्तपोषण के अभाव में,अधिकांश प्रतिभावान विद्यार्थी जिनके पास समस्याओं के नवान्वेषी समाधान हैं या तो विदेश चले जाते हैं या अलग पेशा अपना लेते हैं जिसके कारण‘प्रतिभा पलायन’ होता है। इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए विचार-से-बाजार तक बदलाव को संभव बनाने के लिए बैंकिंग क्षेत्र में विशेष योजनाएं बनाने की आवश्यकता है।
विशिष्ट प्रतिभागीगण,
7. नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान के सहयोग से, बैंकिंग प्रणाली नवान्वेषकों की वित्तीय जरूरतों का आकलन करने और उन्हें पूरा करने के लिए हर जिले में मार्गदर्शकों का पूल तैयार करने में सहायता दे सकती है। बैंकों को नवान्वेषकों तक पहुंचने, उनका मार्गदर्शन करने, तथा जहां भी संभव हो,उन्हें ऐसे अपने अन्य ग्राहकों से जोड़ने के लिए पहल करनी होगी जो उन्हें अपने बाजार का विस्तार करने में सहयोग कर सकें। रचनात्मक लोगों और सफल ग्राहकों के बीच संयोजकता बनाने की यह भूमिका संस्थागत नवान्वेषण में आमूल-चूल बदलाव ला सकती है। एक बैंक प्रबंधक एक घंटे में नवान्वेषक के लिए इतने अवसर जुटा सकता है जितना कि संभवत: नवान्वेषक एक वर्ष में कर पाएगा। बैंकों के लिए नवान्वेषकों को प्रबंधकीय सहयोग सुनिश्चित करने के लिए एक निगरानी तंत्र स्थापित करना ठीक रहेगा। नवान्वेषकों के बीच इस बात की अधिक जागरूकता पैदा करने की जरूरत है कि ‘सहायता उपलब्ध’ है।
देवियो और सज्जनो,
8. प्रासंगिक रूप से जागरूकता और क्षमता निर्माण समावेशी नवान्वेषण प्रणाली का एक महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस संदर्भ में मैं बैंकों से आग्रह करता हूं कि वे अगले वर्ष अपने कुछ प्रबंधकों को नवान्वेषण उत्सव में भेजें। इससे बैंक कर्मियों को नवान्वेषकों से मिलने तथा उन्हें किस तरह अच्छे से अच्छा सहयोग दिया जा सकता है इस बात को गहराई से समझने का अवसर मिलेगा।
9. बुनियादी नवान्वेषकों के साथ संयोजकता स्थापित करने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों,भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों तथा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों ने नवान्वेषण क्लब स्थापित किए हैं। नवान्वेषी विचारों को बढ़ावा देने के बारे में आवश्यक सलाह प्रदान करने के लिए बैंक भी इन क्लबों के साथ हाथ मिला सकते हैं।
10. नई समावेशी संस्थागत व्यवस्थाएं नवान्वेषकों तथा नवान्वेषण आधारित उद्यमों को सफलता का उचित मौका प्रदान करने के लिए जरूरी हैं। अटल नवान्वेषण मिशन तथा स्वरोजगार तथा प्रतिभा उपयोग (सेतु) जैसी वर्तमान पहलों से देश भर में हजारों नई शुरुआत करने वालों को उभरने में मदद मिलेगी। हमारे देश में बैंकिंग नेटवर्क को इन नए नवान्वेषण उद्यमों को सहयोग देने की चुनौती को पूरा करने के लिए पूर्णत: तैयार होना चाहिए।
देवियो और सज्जनो,
11. मुझे 32 वर्ष पहले के समय की यादें ताजा हो आई हैं जब वित्त मंत्री के तौर पर मेरे पहले कार्यकाल के दौरान नाबार्ड की स्थापना की गई थी। इन वर्षों के दौरान,नाबार्ड ने भारत के आर्थिक विकास की गाथा में अपना एक विशेष स्थान दर्ज किया है। मैं नवान्वेषी पहलों के प्रोत्साहन को अपने कारपोरेट मिशन में शामिल करने तथा एक व्यवस्थित और कार्यनीतिक दृष्टिकोण के जरिए इसकी प्राप्ति के लिए कार्य करने के लिए नाबार्ड की सराहना करता हूं। विशेषकर, एक पृथक कोष के सृजन के माध्यम से ग्रामीण नवान्वेषणों के वित्तपोषण के क्षेत्र में नाबार्ड का प्रयास सराहनीय है। तीन दशकों से ज्यादा के अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए,नाबार्ड को नवान्वेषण-उन्मुख भारत के उद्देश्य को पूरा करने में एक अहम भूमिका निभानी होगी।
12. मैं एक बार फिर नवान्वेषण के वित्तपोषण पर इस सार्थक संवाद के आयोजन के लिए नाबार्ड की प्रशंसा करता हूं। मैं इस परिचर्चा के बाद की गई अनेक सिफारिशों पर कार्य करने के लिए सभी सम्बन्धित एजेंसियों से आग्रह करता हूं। मैं वित्त मंत्रालय से आग्रह करता हूं कि वे बैंकों को नवान्वेषकों के प्रति अधिक सुगम्य और जवाबदेह बनाने के लिए यथासंभव तरीके से सहयोग दें।
13. अंत में, मैं इस प्रथम नवान्वेषण उत्सव को अत्यधिक सफल बनाने में उनके विशिष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान की सराहना करता हूं। मैं उत्सव के समापन की घोषणा करता हूं।
धन्यवाद,
जय हिंद!