1.मुझे, इस प्रात: आपके बीच उपस्थित होने तथा आज के पुरस्कार समारोह में भाग लेने के लिए ऐतिहासिक दरबार हॉल में आपका स्वागत करते हुए बहुत खुशी हो रही है।
2.राष्ट्रपति पुरस्कार प्रमाणपत्रों की परम्परा 1961 से जारी है, जब मेरे विख्यात पूर्ववर्ती, भारत के प्रथम राष्ट्रपति, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद स्वयं भारत स्काउट और गाइड संगठन से जुड़े। सर्वोच्च उपलब्धि प्राप्त करने वाले व्यक्ति के समुचित सम्मान ने सदैव स्काउटों और गाइडों को सामुदायिक सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सर्वोत्तम योगदान देने की प्रेरणा दी है।
3. स्काउट और गाइड के संस्थापक,लॉर्ड बेडेन पॉवेल ने ग्रेट ब्रिटेन में ब्राउन सी द्वीप में प्रथम प्रायोगिक स्काउटिंग शिविर के मात्र दो वर्ष बाद1909 में हमारे देश में यह आंदोलन आरंभ किया था। जाति,पंथ के मामले में किसी भी भेदभाव से पूर्णत: विरत स्वैच्छिक, अराजनीतिक तथा युवाओं का शैक्षिक आंदोलन होने के कारण,स्काउट/गाइड का ‘ईश्वर और देश के प्रति अपने कर्तव्य के निर्वहन तथा मानवता के प्रति सेवा’का वचन आपमें से हर एक में परस्पर सम्मान और वैश्विक भ्रातृत्व के शाश्वत गुणों को सदा के लिए समावेश करेगा। इस आंदोलन में भागीदारी आप सभी को निश्चित रूप से अपनी बौद्धिक,शारीरिक और आध्यात्मिक क्षमता को साकार करने के लिए तैयार करती है।
4. आज, मुझे विशेषतौर पर यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि इतनी अल्पायु में आपका समर्पण और सार्थक कार्यकलाप,समान रूप से, राष्ट्रीय अखंडता तथा अंतरराष्ट्रीय सौहार्द का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। मैं इस अवसर पर,आप सभी को यह साधारण सा संदेश देना चाहूंगा कि‘देश को आप में हर एक पर गर्व है’।
5. मेरे प्यारे युवा मित्रो,देवियो और सज्जनो,विश्व निरंतर वैश्वीकृत होता जा रहा है इसलिए हमें उन बहुत से सामाजिक द्वन्द्वों की भी भलीभांति जानकारी है जो सभी नागरिकों की निरंतर खुशहाली के लिए खतरा बन चुके हैं। हमारा राष्ट्र एक अभूतपूर्व जन सांख्यिकीय परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। अगले पांच वर्षों में भारतीय की औसत आयु 29 वर्ष होगी। ये आंकड़े न केवल इस बात के संकेत हैं कि हमारे देश के लिए अपने युवाओं की आकांक्षाओं पर ध्यान देना कितना जरूरी है बल्कि यह भी कि यहां उपस्थित तथा देश भर के युवा मित्रों के लिए भी यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वे सप्रयास परिवर्तन के दूत बनें। भारत स्काउट और गाइड जरूरत पड़ने पर जमीनी स्तर पर नेतृत्व को पोषित करने का सतत् मंच हो सकता है।
6.मैं, हाल ही में आरंभ किए गए ‘स्वच्छ भारत अभियान’-एक ऐसा अखिल भारतीय अभियान जो वास्तव में महात्मा गांधी को अतिप्रिय मूल्य‘श्रम की गरिमा’पर आधारित है-की ओर आपका का ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा। मेरा यह दृढ़ विश्वास है कि भारत स्काउट और गाइड सभी में आत्मविश्वास,आत्मनिर्भरता तथा राष्ट्रीय कर्तव्य के प्रति ज़ज़्बे की बुनियादी भावना का समावेश करने के लिए तत्पर है।
7.युवा मित्रों, एक बुद्धिमत्तापूर्ण संदेश के रूप में,मैं केवल इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि हमें सामाजिक व्यवस्था के उच्च मानदंड निर्मित करने के प्रयास करने चाहिए। हममें से प्रत्येक को अपने आस-पास के लोगों की संवेदनशीलता तथा उनपर पड़ने वाले अपने शब्दों और कार्यों के प्रभाव का ध्यान रखना चाहिए। हमें एकजुट होकर बहुलवाद और पंथनिरपेक्षता के बुनियादी मूल्यों को बनाए रखना चाहिए जिन्होंने वर्षों के दौरान हमारे समाज के ताने-बाने की हिफाजत करने का कार्य किया है।‘भारत स्काउट और गाइड’ को] किसी भी प्रकार के विभाजनकारी एजेंडों को तुरंत अस्वीकार करने की क्षमता प्रदान करते हुए युवाओं के मन में सहिष्णुता की व्यापक भावना समाहित करनी चाहिए।
8.भारत स्काउट और गाइड द्वारा वर्षों के दौरान किए गए विविध कार्यकलापों का उल्लेख करते हुए मुझे अत्यंत संतुष्टि होती है। इन प्रयासों और आयोजनों में,प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता,रोगों तथा हानिकारक आदतों से निपटने के लिए सामाजिक अभियान,कौशल निर्माण के लिए सामुदायिक कार्यशालाएं, सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों से संबंधित संयुक्त कार्यकलापों तथा अंतरराष्ट्रीय बैठकों में भागीदारी शामिल हैं। मैं संगठन के प्रत्येक सदस्य को निस्वार्थ सेवाओं के लिए धन्यवाद देता हूं,जिनसे न केवल वंचित और जरूरतमंदों को राहत मिलती है बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़र में हमारे देश की प्रतिष्ठा बढ़ती है।
9.प्यारे युवा मित्रो, अंत में मैं इस अवसर पर,भारत स्काउट और गाइड के इन संकल्पना-वाक्य के समीचीन शब्दों पर जोर देते हुए उन्हें उद्धृत करना चाहूंगा, ‘‘2024तक भारत स्काउट और गाइड ऐसा विश्वभर में दिखाई देने वाला, निरंतर विकासशील तथा आत्मनिर्भर प्रमुख युवा आंदोलन बन जाएगा जो लैंगिक रूप से संतुलित,जीवंत और प्रवृत्तियों के प्रति संवेदनशील हो।’’ इन्हीं शब्दों के साथ मैं एक बार पुन: एडल्ट लीडरों सहित भारत स्काउट और गाइड के पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं। आपकी शानदार सेवा आने वाले वर्षों में दूसरों के अनुकरण के लिए मार्गदर्शक बने।
धन्यवाद!
जयहिन्द