1.सर्वप्रथम मैं आज आयोजित सामाजिक नवान्वेषण के इस हैकेथोन के सभी प्रतिभागियों को बधाई देता हूं। मुझे बताया गया है कि वे सभी इस12 घंटे तक चलने वाले समारोह में भाग लेने के लिए आज बहुत शीघ्र प्रात: ही यहां पहुंचे हैं। यह इन युवा और प्रतिभावान लोगों की राष्ट्र और समाज के हित के प्रति गहरी प्रतिबद्धता और उत्साह को व्यक्त करता है। मैं इस अवसर पर,अपने सचिवालय के सहयोग से इस समारोह के आयोजन के लिए कोड फोर इंडिया के श्री मोहनदास पै और श्री कॉर्ल मेहता को भी बधाई देता हूं।
2. जिन चार विषयों पर आज यह हैकेथोन आयोजित की गई वे विकासशील देश के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण हैं। यदि इस प्रकार के मुद्दों में नवान्वेषी समाधान ढूंढे जा सकें तो इससे हमारी विकास प्रक्रिया में काफी तेजी आएगी ।
युवा मित्रो देवियो और सज्जनो,
3. भारत जैसा देश प्रौद्योगिक उन्नति के एक निश्चित स्तर पर पहुंच सकता है। यह अपने नागरिकों,विशेषकर युवाओं की वैज्ञानिक मानसिकता और प्रवृत्ति के विकास को बढ़ावा दे सकता है। तथापि युवाओं को हमारे देश की विषम सामाजिक-आर्थिक समस्याओं के रचनात्मक समाधान खोजने की आवश्यकता के बारे में जागरूक न करने पर समावेशी विकास का लक्ष्य अधूरा रह जाएगा। जब तक युवाओं का रचनात्मक मन समर्पण, निष्ठा,समानुभूति और संवेदनशीलता से प्रेरित नहीं होगा जब तक हमारे संविधान में परिकल्पित न्यायपूर्ण सामाजिक व्यवस्था पूरी नहीं हो पाएगी यदि हम सामाजिक आवश्यकताओं के समाधानों का लाभ उठाएंगे तो इससे समाज के लिए फायदेमंद सामाजिक नवान्वेषण हो सकेंगे। मेरे विचार से प्रौद्योगिकी और समाज के इस सेतु पर आज के समारोह में पूरा ध्यान दिया गया है।
4. सप्ताह भर चलने वाले नवान्वेषण उत्सव,जो पिछले शनिवार को आरंभ हुआ था,की इस दूसरी आवृत्ति में विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में समावेशी नवान्वेषणों से सम्बन्धित अनेक गोलमेज परिचर्चाएं हुई। एक गोलमेज परिचर्चा का विषय व्यापक परिवर्तन के लिए सामाजिक नवान्वेषण था। हैकेथोन का लक्ष्य एक ऐसी डिजीटल व्यवस्था बनाना है जो सामाजिक नवान्वेषणों के माध्यम से व्यापक परिवर्तन के मिशन को आगे बढ़ाएगी। नवान्वेषण उत्सव की कार्यसूची और विषयों का प्रयास समावेशी नवान्वेषणों और प्रौद्योगिकियों पर आधारित एक समावेशी समाज के लिए आवश्यक अनेक भागीदारों के बीच परस्पर संयोजन करना है।
देवियो और सज्जनो,
5. आपमें से सौ ज्यादा ने इस हैकेथोन में भाग लिया है और अपने समक्ष चार सामाजिक चुनौतियों के समाधान प्रस्तुत करने के लिए भरसक प्रयास किए हैं। आप चारों में से एक को,विषयों के प्रत्येक वर्ग में निर्णायक मंडल द्वारा विजेता घोषित किया गया है। मैं समझता हूं कि इन चार विजेता प्रविष्टियों को सार्वजनिक डोमेन पर लगाया जाएगा जो किसी के भी प्रयोग हेतु नि:शुल्क होंगी। मैं मुक्त नवान्वेषणों को व्यवहारिक रूप देने के लिए आयोजकों और प्रतिभागियों की सराहना करता हूं। मैं इस समारोह के विजेताओं से संबंधित भागीदारों के साथ मिलकर कार्य करने और यह सुनिश्चित करने का अग्रह करता हूं कि उनके द्वारा निर्मित अनुप्रयोगों का सामाजिक कायाकल्प में व्यापक इस्तेमाल किया जाएगा।
युवा मित्रो, देवियो और सज्जनो,
6. मैं कक्षा में उपस्थिति प्रणाली से संबंधित एक अनुप्रयोग पर अपने विचार व्यक्त करना चाहूंगा। आज एक विद्यार्थी और एक अध्यापक उपस्थिति पर औसतन आधा घंटा खर्च करते हैं। इस समय का पढ़ाने में सार्थक उपयोग किया जा सकता है तथा इससे स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षण के समय में बढ़ोतरी होगी। हमारे देश के अधिकांश शैक्षिक संस्थाओं में अध्यापकों और संकाय की कमी को देखते हुए समझदारी भरी उपस्थिति प्रणाली के समाधान खोजना अत्यंत जरूरी है। यदि हम बहुमूल्य समय बचा सकें तो हम शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता को बढ़ाने में निश्चित रूप से योगदान कर सकते हैं।
7. इसी प्रकार अन्य अनुप्रयोगों में भी समाज को बदलने और उसमें व्यापक परिवर्तन लाने की क्षमता है। मैं और अधिक विस्तार से चर्चा नहीं करना चाहूंगा क्योंकि प्रत्येक विषय में सृजित अनुप्रयोगों के बारे में पहले ही विजेताओं ने काफी कुछ बता दिया है।
8. मैं एक बार पुन: विजेताओं को बधाई देता हूं और आप सभी की,इस हैकेथोन, जो राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक अनूठा समारोह है,में आपकी भागीदारी के लिए सराहना करता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि आपमें से हर एक आधुनिक प्रौद्योगिकी के प्रयोग द्वारा सामाजिक कार्यों में योगदान देते रहेंगे। याद रखिए कि आपकी मानसिकता और कौशल में ही हमारे देश के परिवर्तन का कार्य निहित है। स्वयं को इस महान देश के सुपुत्र और सुपुत्रियां बनाएं।
9. यह हैकेथोन जो इस वर्ष के नवान्वेषण उत्सव का भाग है,से प्रतिभावान युवाओं को सामाजिक परिवर्तन में योगदान देने की प्रेरणा मिलेगी। अब मैं नवान्वेषण उत्सव2016 के समापन की घोषणा करता हूं।
धन्यवाद।