होम >> अभिभाषण >> अभिभाषण विस्तार

भूटान नरेश महामहिम जिग्मे खेसर नामग्येल वांग्चुक के सम्मान में आयोजित राज-भोज में राष्ट्रपति जी का अभिभाषण

नई दिल्ली : 25.01.2013



महामहिम,

भूटान नरेश, जिग्मे खेसर नामग्येल वांग्चुक,

महामान्या,

भूटान की महारानी अशि जेट्सन पेमा वांग्चुक,

प्रधानमंत्री, डॉ. मनमोहन सिंह,

महामहिमगण,

देवियो और सज्जनो,

महामहिमगण, मैं भारत की सरकार और जनता की ओर से आपका और आपके विशिष्ट शिष्टमंडल का हार्दिक स्वागत करता हूं। हमें इस बात पर गर्व है कि आप भारत के चौंसठवें गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमारे समारोहों की शोभा बढ़ाएंगे। आज शाम आपका यहां स्वागत करते हुए मुझे वास्तव में बहुत खुशी हो रही है। आपके विवाह के शुभ अवसर के तुरंत बाद, भारत की आपकी सरकारी यात्रा को हम बहुत प्रसन्नता के साथ याद करते हैं। उस यात्रा की महत्त्वपूर्ण विषय-वस्तु और उपलब्धि को हमारी दोनों सरकारों द्वारा भारत-भूटान संबंधों की एक और विशिष्ट प्रकृति और स्वरूप के रूप में देखा गया है।

महामहिम, जिग्मे खेसर नामग्येल वांग्चुक, भारत की सरकार और उसकी जनता आपकी ओर अत्यंत सम्मान और प्रशंसा से देखती है। अपने राज्याभिषेक के समय अपनी जनता को कहे गए आपके इन सच्चे और प्रेरणादायक शब्दों को, कि आप ‘दयालुता, न्याय और समानता की भावना के साथ’ माता-पिता की तरह उनकी रक्षा करेंगे, भाई की तरह उनकी देखभाल करेंगे तथा बेटे की तरह उनकी सेवा करेंगे, उनकी सरलता के साथ-साथ उनकी भव्यता के लिए याद किया जाएगा।

महामहिम, भूटान में लोकतांत्रिक संवैधानिक राजतंत्र के पांच वर्ष पूरे होने पर कृपया हमारी बधाई स्वीकार करें। आपने, अपनी जनता का राजनीतिक संक्रांति काल के दौरान विवेक और दूरदर्शिता से मार्गदर्शन किया है। इसका श्रेय वास्तव में महामहिम के नेतृत्व को ही है कि भूटान ने शांतिपूर्ण ढंग से लोकतंत्र को स्वीकार और अंगीकार किया और कम समय में ही, प्रगति और समृद्धि की ओर तेजी से आगे बढ़ा। आपकी सरकार के अधीन भूटान का सकल घरेलू उत्पाद बढ़कर 8 प्रतिशत प्रतिवर्ष से अधिक हो गया; आप बेरोजगारी को 2 प्रतिशत के स्तर तक नीचे ले आए हैं और लगभग सभी के लिए प्राथमिक स्कूल पंजीकरण, स्वास्थ्य सेवा, सुरक्षित पेय जल, विद्युत तथा अपनी खुशहाल जनता के लिए ऐसी ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा दी हैं। दूर संचार सेवाएं आपके देश के हर एक कोने तक पहुंच चुकी हैं और मोटर योग्य सड़कों का जाल बिछाया जा चुका है। यह उल्लेखनीय है कि इस विकास के बावजूद, भूटान ने संविधान में निर्धारित 60 प्रतिशत के वन-आच्छान के लक्ष्य का सख्ती से पालन किया है और इसको आगे बढ़ाकर 70 प्रतिशत तक कर दिया है।

महामहिम, यह संतुलन इस बात को परिलक्षित करता है कि आपकी सरकार किस तरह सकल राष्ट्रीय खुशहाली के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रयासरत है, जिसकी परिकल्पना काफी समय पूर्व आपके पिताजी, महामहिम चतुर्थ नरेश ने ‘‘दयालुता, समानता तथा मानवता के मूलभूत मूल्यों और आर्थिक विकास के आवश्यक लक्ष्य’’ के बीच संतुलन के रूप में की थी। संयुक्त राष्ट्र आम सभा में खुशहाली के महत्त्व को स्वीकार किए जाने तथा 20 मार्च को अंतरराष्ट्रीय खुशहाली दिवस घोषित किए जाने पर आपको जो संतुष्टि प्राप्त हुई, हम उसमें आपके साथ हैं। हमें महामहिम की सरकार द्वारा शुरू की गई इस तथा ऐसी ही अन्य पहलों की सफलता पर प्रसन्नता है।

महामहिम, भारत भूटान के साथ एक-दूसरे के लिए अतिमहत्त्वपूर्ण हितों और सामरिक मुद्दों पर अत्यंत संवेदनशीलता और सम्मान पर आधारित, पारंपरिक घनिष्ठ मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों को बहुत मूल्यवान और महत्त्वपूर्ण मानता है। हमारी दोनों सरकारें इस बात पर सहमत हैं कि हमारी मैत्री इसलिए अनवरत है क्योंकि यह विश्वास और सद्भावना के स्तंभों पर स्थापित है। हमें इन स्तंभों की सुदृढ़ता और अविचलता सुनिश्चित करनी चाहिए। भारत की सरकार और जनता भूटान के सामाजिक-आर्थिक विकास को साकार करने में योगदान करना और अपने सीमित संसाधनों को बांटना अपना सौभाग्य मानती है। हमें विशेषकर साझे हित और समान चिंता के क्षेत्रों में आपसी विचार-विमर्श और सहयोग के तंत्रों को मजबूत बनाने का प्रयास करना चाहिए। भारत सरकार, हमारे दोनों देशों की जनता की आशाओं और आकांक्षाओं के अनुरूप, बहु-आयामी, परस्पर लाभकारी साझीदारी को और बढ़ाने एवं मजबूत करने के लिए वचनबद्ध है। जैसा कि हमारे सम्बन्धों की आधारशिला रखने वाले हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि भारत की अभिलाषा है कि भूटान जीने का अपना तरीका चुनते हुए, अपनी इच्छानुसार प्रगति के पथ पर चलते हुए, एक स्वतंत्र देश बना रहना चाहिए।

महामहिम, भूटान की कुशलता, स्थिरता और प्रगति, भविष्य के लिए हमारे दृष्टिकोण का आधार है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि हमारे असाधारण रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध आगामी वर्षों में और मजबूत होंगे। हमें, एक सच्चे ‘जन नरेश’ के रूप में महामहिम के नेतृत्व में आस्था और विश्वास है। हम आपके लम्बे और सफल शासन और भूटान के लोगों के प्रति आपके प्रयासों के सफल होने की कामना करते हैं। भूटान कुछ महीनों के भीतर, अपने दूसरे लोकतांत्रिक चुनावों की तैयारी कर रहा है, इसलिए भारत की जनता भूटानवासियों को अपनी शुभकामनाएं देती है और गुरु पद्मसंभव द्वारा आशीर्वाद प्राप्त भूटान शाही राज्य में स्थायी शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना करती है।

इन्हीं शब्दों के साथ महामहिमगण, देवियो और सज्जनो, आइए, हम सब मिलकर,

- महामहिम भूटान नरेश और महारानी के स्वास्थ्य और खुशहाली;

- भूटान की जनता की कुशलता और समृद्धि; तथा

- भारत और भूटान के बीच स्थायी मैत्री एवं सहयोग की कामना करें।