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जीवन पर्यंत उपलब्धि के लिए सीआईआई राष्ट्रपति पुरस्कार और महिला उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान करते समय भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

नई दिल्ली: 27.04. 2017



1. मैं आपके बीच रहकर बेहद प्रसन्न हूं विशेषकर इस विशेष अवसर पर। सीआईआई देश में आर्थिक और औद्योगिक विकास के प्रोत्साहन में सरकार और उद्योग को निकटता से साझेदार बनाती रही है। मैं आपको भारतीय उद्योग परिसंघ पुरस्कार की संकल्पना के लिए मुबारकबाद देता हूं जिसके द्वारा उद्योग और महिला उद्यमियों में से उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं और उपलब्धिकर्ताओं को मान्यता देने के लिए एक अवसर प्रदान करता है।

2. मैं सभी पुरस्कार विजेताओं-श्री राहुल बजाज, चेयरमैन, बजाज ऑटोलिमिटेड जो इस वर्ष के लिए जीवनपर्यंत उपलब्धि के लिए सीआईआई राष्ट्रपति पुरस्कार चुने गए; सुश्री जयमा भंडारी, शिक्षा और साक्षरता तेलंगाना; सुश्री मोनिका मजुमदार, पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य और सुश्री कमाल कुंभर, महाराष्ट्र, माइक्रो इंटरप्राइज के लिए, को बधाई देता हूं। वर्ष 2005 में सीआईआई फाउंडेशन द्वारा आरंभ किया गया महिला उत्कृष्टता पुरस्कार उन महिलाओं को खोजने और मान्यता देने द्वारा सामुदायिक स्तर पर महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन देने के लिए एक स्वागत योग्य पहल है जिन्होंने सभी विषमताओं के रहते हुए अधिक कार्य किया और भारत की विकास प्रक्रिया में महत्वपूर्ण रूप से योगदान दिया। मुझे विश्वास है कि यह उन असंख्य महिलाओं के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन होगा जो अलग-अलग प्रकार से हमारे देश और इसकी अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही हैं।

3. मैं अवगत हूं कि भारतीय उद्योग ने इस देश के बेहतरी के लिए योगदान देने में एक भारी उत्साह और पहल दिखाई है। भारत में उद्योग की पहुंच अलग-अलग प्रकार से जैसे रोजगार उद्यमिता, उपभोग्य सामग्री और सामाजिक विकास वस्तुओं जिसमें शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल भी शामिल है, के द्वारा हमारे नागरिकों के जीवन पर प्रभाव डालती है। एक समावेशी विकास प्रक्रिया को भारतीय उद्योग से जिम्मेदारी की विरासत और व्यवसायिक नागरिकता ग्रहण करने की उम्मीद है। हमारे देश को ज्ञान अर्थव्यवस्था के परिवर्तन के प्रबंधन और विकास प्रक्रिया को तेज करने के लिए काल्पनिक व्यवसायिक नेताओं की आवश्यकता है। सीआईआई विजेता इस दृढ़ विश्वास का उदाहरण है और मैं उन सबको एक बार दोबारा उनकी बहुत ही कीमती योगदान के लिए मुबारकबाद देता हूं। मुझे उम्मीद है कि वे अन्य लोगों के मन-मस्तिष्क पर भी प्रभाव डालेंगे।

4. सीएसआर विधान के साथ उन सामाजिक कार्यक्रमों के स्तर और स्कोप को जिन्हें उद्योग द्वारा आरंभ किया गया है, आगे संवर्धित किया जा सकता है। मुझे यह समझाया गया है कि सीआईआई द्वारा रखे गए आंकड़ों के अनुसार लगभग 1270 कंपनियों ने पिछले वर्षों के दौरान सीएसआर कार्यकलापों पर 8000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक हैं। सीएसआर कार्यक्रमों की शृंखला विस्तृत है और इसमें अन्य के साथ-साथ स्वास्थ्य देखभाल और ग्रामीण विकास भी शामिल हैं। लिंग सशक्तीकरण, दिव्यांग नागरिकों के लिए और बच्चों के मामलों में विशेष आउटरिच बनाई गई है। यह सचमुच संतोषजनक है और मैं भारतीय निगम क्षेत्र से और अधिक ऐसी संलग्नताओं की उम्मीद करता हूं।

5. मैं उद्योग को यह याद दिलाना चाहूंगा कि फंड के समान ही देश को आपके विचारों, ऊर्जा और अभियान की आवश्यकता है। मैं आपसे यह भी अनुरोध करूंगा कि संपूर्ण भारत का दृष्टिकोण कायम रखें न कि स्वयं को सीएसआर विकास की कुछेक भूगोल तक सीमित रखें। हमारे देश के समक्ष चुनौतियों के परिमाण में और सापेक्ष रूप से उन्हें पूरा करने में उपलब्ध अल्प समय के परिमाण में साझेदारी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। स्तर की उपलब्धि, विकासशील समाधान, जटिल समेकित समस्याओं के लिए विकासशील समाधान और तकनीकी विकास के लिए सहायक होना महत्वपूर्ण है।

6. हमारे देश में एक नया सवेरा लाने के लिए हमें सभी क्षेत्रों: संकल्पना, संसाधनों और सरकार की आयोजन शक्ति; करुणा, इच्छा और गैर सरकारी संगठनों की आउटरीच, नवान्वेषण, जानकारी और निजी क्षेत्र की क्षमताओं; और संपूर्ण रूप से समुदायों के निश्चय और अभिलाषाओं की ताकत का उपयोग करना होगा। मैं एक उद्योग परिसंघ के रूप में निगमों के कवरेज और पहलों को लागू करने की उम्मीद करता हूं। मैं प्रसन्न हूं कि इस प्रयोजन के लिए सीआईआई फाउंडेशन के समर्पण द्वारा यह शुरुआत की जा रही है।

7. मैं समेकित विकास के लक्ष्य में सीआईआई और सीआईआई फाउंडेशन को मुबारकबाद देता हूं। मुझे सीआईआई फाउंडेशन महिला उत्कृष्टता पुरस्कार असाधारण महिला ट्रांसफार्मर्स को देने में प्रसन्नता हुई है। मैं विजेताओं और अंतिम दौर में पहुंचने वाले महिला नेताओं को मुबारकबाद देता हूं। वे असाधारण चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों पर विजय पाते हुए भारत की सच्ची सत्ता का प्रतिनिधित्व करते हैं और अपनी और औरों के जीवन में परिवर्तन लाते हैं। मैं श्री राहुल बजाज जिन्होंने न केवल भारतीय उद्योग के विकास में मुख्य भूमिका निभाई है, बल्कि देश के समग्र विकास में भी, के विलक्षण शानदार योगदान के बारे में अधिक नहीं कह सकता। मैं उन्हें दशकों से जानता हूं और इस अद्वितीय विशिष्ट सम्मान के लिए उन्हें बधाई देता हूं।

8. इन कुछेक शब्दों के साथ मैं आप सबको बधाई देता और ईश्वर आपके प्रयासों में तीव्रता लाए।

धन्यवाद

जय हिंद।